भारतीय मुस्लिमों को बदनाम करने के लिए चलाए पाकिस्तानी जश्न के वीडियो !

कुछ लोग हर समय इसी कोशिश में रहते हैं कि उन्हे कैसे मौका मिले और वो देश का माहौल खराब करके अपने राजनीतिक आकाओं को खुश कर दें. भारत-पाकिस्तान के मैच को युद्ध बनाने वाले ऐसे ही मार्केट प्रायोजित मीडिया और छद्म देशभक्त टाइप के लोगों ने पूरी कोशिश की देश का सामाजिक सौहार्द बिगड़े लेकिन लोगों के अंदर बढ़ती समझ का असर ही था जो उनकी हरकतों को कामयाब नहीं होने दिया गया.

चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान की शानदार जीत के बाद देश के मुस्लिमों पर पटाखे फोड़ने के आरोप लगाया गया। इतना ही नहीं वीडियो वायरल करके बोले देखो मुसलमान जश्न मना रहा है पाकिस्तान के जीतने का. खैर अब altnews ने अपनी विशेष पड़ताल में पता लगााया है कि ऐसा करने वाले दोनो वीडियो फेक थे.

पहला वीडियो पाकिस्तान का था तो दूसरा वीडियो कई महीने पहले वडोदरा में शूट किया गया था. जबकि वीडियो को वायरल करके कहा जा रहा था देखो पाकिस्तान के जीतने ती खुशी में मुस्लिम दिल्ली में और मुंबई में जश्न मना रहे हैं.

वीडियो नम्बर 1- 

इस वीडियो में कई बच्चे और बूढ़े पाकिस्तान की जीत का जश्न मना रहे हैं. “We Support Arnab Goswami” नाम के पेज से  11,000 बार ये वीडियो शेयर हुआ है. इसको मीरा रोड मुंबई की मस्जिद बताया गया है. और भारतीय मुस्लिमों के बारे में अपने मन की भड़ास भी निकाली गई है.

सच क्या है-  ये वीडियो पाकिस्तान की किसी मस्जिद में शूट करके यू ट्यूब पर pakistani dawoodi bohras celebration on pakistan,s win नाम से पोस्ट किया गया हैै. इसके बाद इसको कई अलग-अलग लोगों ने यूट्यूब पर मुंबई की मीरा रोड मस्जिद के नाम से डाला है.

महत्वपूर्ण पहलू इस वीडियो को अगर आप गौर से देखें जिसे देश की मस्जिद बताई जा रही है तो गौर करें इसमें मस्जिद की टीवी में जो लोगो दिख रहा है वो लोगो ये रहा अब बताइए भारत देश में इस लोगों की कौन सी स्पोर्ट्स चैनल चल रही है.

जब इस तरह की कोई चैनल इंडिया में है ही नहीं तो मुंबई की किसी मस्जिद में ये स्पोर्ट्स चैनल कहां से प्रकट हो गया. इस बात से साफ है कि ये वीडियो किसी भी कीमत पर इंडिया की  किसी मस्जिद का नही बल्कि पाकिस्तान का है.

वीडियो नम्बर- 2- 

इस वीडियो में दो लड़के बाईक पर जा रहे हैं जो एक हरे रंग का झंडा लहरा रहे हैं . इस वीडियो को दिल्ली का बताया जा रहा है.

सोनम महाजन और बजरंग दल नाम के इस वीडियो अकाउंट से पोस्ट किया गया है. बजरंग दल नाम से बने इस अकाउंट ने लिखा है कि सेकुलर होने के नाम पर ये सब क्यों बर्दाश्त किया जा रहा है. ये कट्टरपंथी मुस्लिमों का पाकिस्तान प्रेम है.

हकीकत- 

ये वीडियो दिल्ली का नहीं वडोदरा के अकोटा-डांडियाबाजार ओवरब्रिज का है.  15 मार्च 2017 को ये वीडियो यूट्यूब पर पोस्ट किया गया था. इंस्टाग्राम पर डाले गए इस वीडियो में नाम है safwaan khan. वीडियो डालने वाले शख्स ने लिखा #miabhai #ki #dairing #raees #safwaankhan. इस शख्स ने जो झंडा पकड़ा हुआ है वो पाकिस्तान का झंडा बताया जा रहा है जबकि हकीकत ये है कि ये इस्लामिक झंडा है.

नेशनल जनमत से साभार
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