बिहार: औरंगाबाद में दलित-पिछड़ों पर सामंती क़हर, फ़ायरिंग में कई घायल

 

बिहार के औरंगाबाद में सामंती दंबगों ने दलित-पिछड़ों पर कहर ढाया है। औरंगाबाद के दाउदनगर के अन्छा गांव में विगत 21 अगस्त को हरवे हथियार से संगठित राजपूत दबंगों द्वारा जनसंहार की मंशा से दलित-गरीब टोले पर जानलेवा हमला किया। हमले में 6 लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं, जो फिलहाल पीएमसीएच में भर्ती हैं.

भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने दलित-पिछड़े टोले पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं कि लॉकडाउन पीरियड में पूरे बिहार में सामंती-साम्प्रदायिक-अपराधी ताकतों का मनोबल बढ़ा हुआ है. दाउदनगर की घटना उसी की एक कड़ी मात्र है. अन्छा की घटना के खिलाफ सभी अपराधियों की अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग पर आगामी 24 अगस्त को पार्टी बैनर से राज्यस्तरीय विरोध दिवस आयोजित किया जाएगा.

आज भाकपा-माले की एक उच्चस्तरीय टीम अंछा का दौरा कर रही है. पार्टी के पोलित ब्यूरो मेम्बर व पूर्व विधायक राजाराम सिंह के नेतृत्व में इस राज्यस्तरीय टीम में महानंद, अनवर हुसैन, जितेन्द्र यादव, रवीन्द्र यादव और मुनारिक राम शामिल हैं.

इधर पटना में पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य अमर के नेतृत्व में पार्टी की एक टीम आज पीएमसीएच में भी घायल लोगों से मिलने जा रही है.

घटनाक्रम- 21 अगस्त को सामंती अपराधियों ने अचानक गांव के दलित-गरीब टोले पर फायरिंग आरम्भ कर दी. फायरिंग में कई लोग बाल-बाल बचे, वरना उनकी पूरी मंशा एक बड़ा जनसंहार रचाने की थी. 6 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 5 को पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया गया है. घायलों के नाम इस प्रकार हैं :

1- मनीष उर्फ बॉबी चंद्रवंशी – 16 वर्ष, पिता – दिनेश चंद्रवंशी, छाती में गोली लगी है.

2- लक्ष्मीनिया देवी, पति – भोला चौधरी, उम्र – 38 वर्ष, जांघ में गोली लगी है.

3- सोल्जर चौधरी, पिता – लक्ष्मण चौधरी, उम्र – 18 वर्ष

4- राजेश चौधरी, उम्र – 20 वर्ष, पिता – बहादुर चौधरी – कनपटी में गोली लगी है।

5- विकास यादव, उम्र – 17 वर्ष, पिता – रामजी यादव, पीठ में गोली लगी है.

6- अमन कुमार, उम्र -13 वर्ष, पिता – दिनेश चंद्रवंशी, हाथ में गोली लगी है.

औरंगाबाद के दाउदनगर के अन्छा गांव में घटना की शुरुआत विगत 14 अगस्त को हुई, जब गांधी सिंह के यहां जन्म दिन के अवसर पर एक नाच कार्यक्रम आयोजित था. उनका घर गांव के दलित मुहल्ले में है. कार्यक्रम के दौरान राजपूत समुदाय से आने वाले दबंगों ने हो हल्ला करना आरम्भ कर दिया. मना करने पर गांधी सिंह के भगीना ने धीरज पासवान पर मोटरसाइकिल चढ़ा दी और उसके बाद धक्का मुक्की आरम्भ कर दी. मामला शांत हो गया।

फिर 19 अगस्त को मुकेश कुमार, उम्र-18 वर्ष, पिता – महेंद्र साव और रौशन कुमार, उम्र – 19 वर्ष, पिता – ललन साव; जब दाउदनगर बाजार से घर लौट रहे थे, तो मुहल्ले में क्रिकेट खेल रहे राजपूत जाति के लड़कों ने अचानक उनपर हमला कर दिया और मार पीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया. दोनों लड़के बुरी तरह घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए बाहर भी जाने नहीं दिया गया.

आक्रोशित गरीबों ने 20 अगस्त को राजपूत जाति के कुछ  मन बढुओं की भी पिटाई कर दी. यह सामंती ताकतों को नागवार गुजरा और आज टोले पर राइफलों से हमला कर दिया. गरीब टोले की ओर से भी प्रतिरोध हुआ, लेकिन अंधाधुंध फायरिंग में लोग घायल हो गए.

भाकपा-माले का तीन सदस्यीय जांच दल 21 अगस्त को ही गांव का दौरा किया और मामले की जानकारी ली. जांच टीम में

  1. राजकुमार भगत, जिला सचिव, खेग्रमस, पार्टी जिला कमिटी सदस्य
  2. चन्द्रमा पासवान, पार्टी जिला कमिटी सदस्य और
  3. कामता यादव किसान नेता, पार्टी जिला कमिटी सदस्य शामिल थे.

 


भाकपा माले राज्य कार्यालय सचिव कुमार परवेज़ द्वारा जारी विज्ञप्ति पर आधारित

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