मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन आज 114वें दिन भी जारी रहा। इस बीच ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ के आह्वान पर आज किसानों ने मंडियो में रोष प्रदर्शन किया। तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे इस आंदोलन में सरकार ने जले पर नमक छिड़कते हुए गेहूं की खरीद पर नई गाइडलाइंस जारी की है।
देश में अलग अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन करते हुए किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिए। पेप्सू मुज़ारा लहर को समर्पित आज के दिन उस आन्दोलन के शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया। टीकरी बॉर्डर पर पंहुचे इन आन्दोलनकारियों को ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने अपना आदर्श मानते हुए पूरे जोश से स्वागत किया।
पंजाब में सुनाम में किसान संगठनों व आढ़ती एसोसिएशन की तरफ से उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। कुरुक्षेत्र व सिरसा में किसानों ने मंडी सचिवों को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिए। बरनाला, जगरांव, रामपुरा, महल कलां समेत अन्य जगहों पर भारी संख्या में किसानों ने तीन कृषि कानूनो व FCI की नई गाइडलाइंस के खिलाफ मंडी सचिवों को ज्ञापन सौपें।
बिहार के सीतामढ़ी में किसान महापंचायत हुई जिसमें हज़ारो किसानों ने भाग लिया। मोर्चे के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज बंगलुरू में एक सभा हुई जिसमें ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ के नेताओं ने भाग लिया। गुरुवार को मध्यप्रदेश के बड़वानी राजघाट से मिट्टी सत्याग्रह यात्रा शुरू हुई।
ओडिशा में आयोजित एक किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। एसकेएम के वरिष्ठ नेताओं ने ओडिशा नवनिर्माण कर्मक संगठन द्वारा आयोजित इस महापंचायत में भाग लिया।
किसान महापंचायत, उड़ीसा pic.twitter.com/SOLTiWrnL4
— Gurnam Singh Charuni (@GurnamsinghBku) March 19, 2021
उत्तराखंड में निकाली ‘किसान मजदूर जागृति यात्रा’ 14 वें दिन यूपी के सीतापुर में पहुंची, जहां इसका जोरदार स्वागत हुआ। व्यापारी संघ व भारी संख्या में जनता भी शामिल हुई, और 26 मार्च के भारत बंद को सफल बनाने के लिए समर्थन दिया।
एआईकेएमएस के नेतृत्व में आज प्रयागराज के जसरा ब्लाक पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मजदूरों व किसानों ने धरना देकर खेती के तीन कार्य कानून वापस लेने, बिजली बिल 2020 वापस लेने, एमएसपी का कानूनी अधिकार देना और मनरेगा काम का बकाया भुगतान करने की मांग उठाई।
‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ की ओर से डॉ दर्शन पाल द्वारा जारी