राजस्थान प्रगतिशील लेखक संघ की ओर से आयोजित समानांतर साहित्य उत्सव को जयपुर शहर के हृदय स्थल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रमुख केन्द्र राम निवास बाग स्थित रवीन्द्र मंच पर आयोजित किया जा रहा है, जिसके हरे भरे लॉन, कला दीर्घाओं, स्टूडियो थियेटर और मुक्ताकाशी रंगमंच यानी ओपन एयर थियेटर में लफ्जों के रंग बिखरेंगे।
समानांतर साहित्य उत्सव का 2018 में हुआ आरंभ एक ऐतिहासिक परिघटना के रूप में देखा जा रहा है। देश में विकसित हो रही लिट-फेस्ट की अपसंस्कृति के माध्यम से साहित्य के बाजारीकरण की जो एक लहर चल पड़ी है, उसके प्रतिरोध में राजस्थान प्रलेस की इस पहल का व्यापक रूप से स्वागत हुआ। तीन दिन के इस आयोजन में 50 से अधिक सत्रों में देश-विदेश के 150 से अधिक लेखक कलाकार, पत्रकार और अपने क्षेत्र की दिग्गज हस्तियों ने भाग लिया। इन्हें देखने-सुनने के लिए लगभग 20,000 से अधिक आम नागरिक और साहित्य-कला-प्रेमी उमड़े। अपने पहले ही संस्करण से समानांतर साहित्य उत्सव की एक बड़ी पहचान, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बन चुकी है।
यह पूरा आयोजन लेखकों, साहित्य प्रेमियों और मित्रों के सहयोग से आयोजित किया जाता है। आयोजकों के अनुसार- ‘’हमारे आर्थिक संसाधन बहुत सीमित हैं, क्योंकि हम किसी भी बहुराष्ट्रीय कंपनी, दागदार कारपोरेट घराने, शराब-सिगरेट-गुटखा निर्माता कंपनी आदि से किसी प्रकार की मदद नहीं लेते हैं तथापि हम आपके आवास एवं भोजन की उत्तम व्यवस्था करेंगे। यदि आप समर्थ हैं तो अपना आवागमन व्यय स्वयं वहन करने का कष्ट करें और हमारा सहयोग करें। विशेष परिस्थितियों में हम आपको द्वितीय श्रेणी का रेल किराया ही प्रदान कर सकेंगे।‘’