मज़हबी कट्टरता और बाज़ार की कट्टरता जहाँ हमबिस्तर हो, मीडिया वह सेज है : पी. साइनाथ

यदि आपको दस मिनट के भीतर मीडिया के बारे में समझ बनानी है तो इस वीडियो को ज़रूर देखें। यदि आपको समझ नहीं आता कि मीडिया का सही चरित्र कैसा है तो इस वीडियो को चलाएं और केवल पौने दस मिनट खर्च करें। 

दिल्ली के राजेन्द्र भवन में 19 मार्च को शुरू हुए दो दिवसीय सम्मेलन का पहला वक्तव्य सुनने के लिए इतनी भीड़ जमा हो गई थी कि सीढ़ियों पर भी जगह नहीं बची थी. उद्घाटन सत्र के वक्ता थे जाने माने पत्रकार पी. साइनाथ और इंसाफ के दो दिनी सम्मेलन का विषय था ”सिकुड़ती लोकतांत्रिक स्पेस और नव-उदारवादी कट्टरता”. करीब एक घंटे के अपने संबोधन में उन्होंने बहुत सी बातें कहीं लेकिन केवल पौने दस मिनट जो मीडिया की भूमिका पर खर्च किये, वे किसी के लिए भी दवा की खुराक का काम कर सकते हैं जिसके दिमाग में खासकर एक महीने में मीडिया ने ज़हर भर दिया है.

अपनी व्यस्त ज़िंदगी से दस मिनट का वक़्त निकालें और इस वीडियो को प्ले करें. इस वीडियो के लिए catchnews का आभार.

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