वाजपेयी सरकार में ‘हथियारों की दलाली’ के लिए समता पार्टी अध्यक्ष रहीं जया जेतली दोषी

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय हुए रक्षा खरीद घोटाले में दिल्ली की सीबीआई कोर्ट ने समता पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और रक्षा मंत्री रहे जॉर्ज फर्नांडिस की सहयोगी जया जेतली को दोषी करार दिया है। सीबीआई जज वीरेंद्र भट्ट ने जया जेतली के पार्टी सहयोगी गोपाल पचरवाल और रिटायर्ड मेजर जनरल एस.पी. मुरगई को भी दोषी करार दिया है।

सन 2000 में रक्षा सौदों से जुड़े भ्रष्टाचार से जुड़ा ये मामला तहला.कॉम के ऑपरेशन वेस्ट एंड के ज़रिये सामने आया था। सीबीआई ने 2006 में इस मामले में चार्जशीट दायर की थी। अदालत ने जया जेतली ने मुरगई, पचरवाल और सुरेंद्र कुमार सुरेखा के साथ मिलकर आपराधिक षड़यंत्र रचने का दोषी पाया था। इस स्टिंग आपरेशन में जया जेतली भी पैसा लेते वीडियो में दर्ज हुई थीं जो रक्षामंत्री  की बेहद क़रीबी दोस्त और उनकी पार्टी की अध्यक्ष थीं।

तहलका की ओर से यह स्टिंग ऑपरेशन पत्रकार मैथ्यू सैमुअल ने किया था जिसमें बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष बगारू लक्ष्मण एक लाख रुपये रिश्वत लेते हुए वीडियो में दर्ज हुए थे। इस घोटाले में लक्ष्मण और जार्ज फर्नांडिज़ का भी नाम आया था लेकिन दोनों का निधन हो चुका है।

इस ऑपरेशन का मकसद यह साबित करना था कि हथियार के दलाल कितनी आसानी से राजनेताओं और सैन्य अधिकारियों को प्रलोभन देकर ठेके हासिल करते हैं। इस रहस्योद्घाटन ने न सिर्फ वाजपेयी सरकार बल्कि सेना की साख पर भी गहरा धब्बा लगाया था। इस मामले में बंगारू लक्ष्मण 2012 में गिरफ्तार भी हुए थे। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तब एक गवाह के रूप में बंगारू को बेहद ईमानदार बताते हुए अदालत में गवाही दी थी।

स्टिंग आपरेशन सार्वजनिक होते ही जया जेतली देश से गायब हो गयी थीं। बाद में लौटने पर उन्होंने खुद को गलत तरीके से फंसाने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा देने से इंकार कर दिया गया था। बाद में जार्ज फर्नांडिज को हटाकर जसवंत सिंह को रक्षामंत्री बनाया गया था।

 



 

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