मसला हल: राजनीतिक बैठकों में नहीं जाएँगे गुरनाम सिंह चढूनी, पूरी तरह आंदोलन के साथ!

राजनैतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक करने के चलते विवादों में आये किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा संयुक्त किसान मोर्चा की समन्वय समित से कहा है कि वो ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के साथ थे और आगे भी उसके साथ रहेंगे। चढूनी ने भरोसा दिलाया है कि वो भविष्य में राजनैतिक बैठकों में नहीं जाएंगे।

‘संयुक्त किसान मोर्चा’ की समन्वय समिति ने आज किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी द्वारा कल अनेक राजनैतिक दलों के साथ की गई बैठक से जुड़े विवाद पर चर्चा की।

समन्वय समिति के सदस्य डॉ दर्शन पाल, शिव कुमार कक्काजी, जगजीत सिंह डल्लेवल, बलबीर सिंह रजेवल, हन्नन मौला और योगेंद्र यादव ने बयान जारी कर कहा है कि समन्वय समिति के सामने गुरनाम सिंह चढूनी ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए लिखकर बताया है कि कल की बैठक उन्होंने अपनी निजी हैसियत  में बुलाई थी। इस बैठक का ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ से कोई संबंध नहीं है। यह एहसास करते हुए उन्होंने समिति को भरोसा दिलाया कि वो इस आंदोलन के दौरान भविष्य में किसी राजनैतिक बैठक में नहीं जाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे संयुक्त किसान मोर्चा के साथ थे, हैं और रहेंगे।

समिति ने इस स्पष्टीकरण का स्वागत करते हुए यह फैसला किया कि अब इस विवाद को समाप्त किया जाये। यह ऐतिहासिक आंदोलन जिस मोड पर है उसमे एकता और अनुशासन सर्वोपरि है। लोगों के सहयोग से यह आंदोलन किसान संगठन ही यहां तक लेकर आए हैं और किसान संगठन ही इसे मुकाम तक लेकर जाएंगे। कोई भी संगठन या पार्टी अपने तौर पर इस आंदोलन को समर्थन देने को स्वतंत्र हैं, लेकिन आंदोलन सीधे किसी पार्टी से रिश्ता नहीं रखेगा।

इसके बाद ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के प्रमुख नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने फेसबुक पोस्ट लिखकर कहा है कि ‘भाई गुरनाम सिंह चढूनी हमारे भाई है, कल भी हमारे सम्माननीय थे, आज भी सम्माननीय है और कल भी रहेंगे, बांटने वालों से सावधान रहें।

 

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