जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के लापता छात्र नजीब की मांग फ़ातिमा नफ़ीस ने अपनी अधिवक्ता वृंदा ग्रोवर के माध्यम से देश के सबसे बड़े अख़बार टाइम्स ऑफ इंडिया, उसके टीवी चैनल टाइम्स नाउ, ज़ी मीडिया और दिल्ली आजतक को कानूनी नोटिस भेजा है। इन समाचार माध्यमों ने ख़बर दिखाई थी कि नजीब के संबंध इस्लामिक स्टेट से थे और वह वहां भागने की तैयारी कर रहा था। फ़ातिमा ने इन्हीं खबरों का खण्डन करते हुए कानूनी नोटिस भेजकर इन संस्थानों ने माफीनामे की मांग की है।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने 21 मार्च 2017 को एक रिपोर्ट की थी जिसमें नजीब अहमद के गूगल और यूट्यूब सर्च हिस्ट्री के रिकॉर्ड के हवाले से कथित दावे किए गए थे कि उसका संबंध इस्लामिक स्टेट के साथ था। रिपोर्ट छपने के दिन ही दिल्ली पुलिस ने इन दावों की पोल खोलते हुए रिपोर्ट का खंडन कर दिया था और कहा था कि उसने नजीब की सर्च हिस्ट्री मंगवाने के लिए गूगल को कोई आवेदन नहीं किया।
ख़बर के प्रकाशन के अगले ही दिन नजीब की मां ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर के मीडिया को निशाने पर लिया था और माफी की मांग की थी। अब शुक्रवार को उन्होंने इस सिलसिले में चार संस्थानों को नोटिस भिजवा दिया है।
नोटिस में कहा गया है:
1) गलत रिपोर्ट छापने के लिए मीडिया माफी मांगे। टाइम्स ऑफ इंडिया खाकर पहले पन्ने पर सात दिन लगातार खंडन छापे।
2) स्टोरी को सभी माध्यमों से वापस लिया जाए।
3) गलत और निराधार खबर का खंडन करते हुए ये संस्थान लगातार सात दिन तक हर दो घंटे पर ट्वीट करें।
इसके अलावा जेण्नयू छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष शहला राशिद ने टाइम्स ऑफ इंडिया से माफी की मांग करते हुए ऑनलाइन याचिका भी चलाई थी।
मामले पर विस्तृत खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर जाएं।
फोटो: साभार डीएनए