विवेकानंद फाउंडेशन के आयोजन में IIMC की सहभागिता संदेह के घेरे में, छात्रों ने उठाए सवाल

05.04.2017

काफी गर्व की बात है, आज “communicating india” विषय पर एक महत्वपूर्ण कॉन्फ्रेंस हुआ विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन(थिंक टैंक RSS) के तत्वाधान में, जिसके साथ एसोसिएशन में IIMC भी था। अच्छी बात है इस तरह के कॉन्फ्रेंस, सेमिनार से देश में बौद्धिक विकास होता हैं। लेकिन साथ ही साथ IIMC प्रशासन से एक शिकायत भी है,इस तरीके के प्रोग्राम में संस्थान अगर भागीदारी करता है, तो सभी छात्रों को कम से कम सूचित किया जाये, जिससे अगर कोई छात्र उत्सुक है,तो वह भी जा सके, और अपना बौद्धिक विकास कर सके।

काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है, आज शाम को जब इसके बारे में हमें पता चला तो हम तुरंत IIMC प्रशासन से मिलने गए। DG ऑफिस में पहले गए वहाँ DGसर से तो भेट हुई नहीं ,KM शर्मा सर से बात हुई तो उन्होंने इस कॉन्फ्रेंस के बारे में अनभिज्ञता जाहिर कर दिया। संयोग से वहाँ डीन ऑफ़ स्टूडेंट दहिया मैम भी मिल गयी, उन्होंने भी इसके बारे में अनभिज्ञता जाहिर कर दी।

इसके बाद हम ADG ऑफिस में मिलने ADG सर से गए, वहाँ वो व्यस्त थे, उनके PA गोपाल जी के जरिये हमने अपना मैसेज उनके तक पहुँचाया, पता चला उनको भी इस प्रोग्राम की जानकारी नहीं थी। अब सवाल उठता है, कि

1-जिस कार्यक्रम में IIMC साथ के एसोसिएशन के रूप में मौजूद था, उसके बारे में IIMC के ADG, डीन ऑफ़ स्टूडेंट अनभिज्ञता क्यों जाहिर कर रहे है?

2-क्या विवेकानंद इंटरनेशल फाउंडेशन (think tank- RSS) ने IIMC को बिना IIMC के अनुमति के ही कॉन्फ्रेंस में शामिल कर लिया, क्योकि IIMC प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियो के अनभिज्ञता से तो यही जाहिर होता है।

3-क्या अगर IIMC के तरफ से कोई अधिकारी, और छात्र उस कॉन्फ्रेंस में अगर शामिल हुआ था, तो वहां उनके जाने का प्रोसीजर क्या था? क्योंकि इस कॉन्फ्रेंस में वैसे जाने का कोई सूचना तो प्रसारित की नहीं गयी थी, जो नियमतः किया जाना चाहिए था।

4- क्या अगर विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन ने बिना अनुमति के IIMC का लोगो यूज़ किया है, तो वो क्या reliance jio और paytm वालों की तरह माफ़ी मांगेगा, जिस तरह से उन्होंने PMO से माफ़ी मांगी थी, प्रधानमंत्री महोदय की तस्वीर बिना अनुमति के प्रचारित किया था, अपना गुडविल बनाने में।

5-अगर IIMC प्रशासन ने IN एसोसिएशन की अनुमति दी थी, जिसके तहत उस फाउंडेशन ने कॉन्फ्रेंस में IIMC का लोगो प्रयुक्त किया था, तो यह अनुमति किस प्राधिकारी के हस्ताक्षर या आदेश से दिया गया था, यह भी एक मौलिक प्रश्न है। और साथ ही साथ अगर ऐसी अनुमति दी गयी, तो इसके बारे में ADG और डीन ऑफ़ स्टूडेंट को क्यों नहीं बताया गया, इतनी गोपनीयता क्यों बरती गयी, यह भी एक बड़ा सवाल है।

06.04.2017

सबूत पर सबूत। #Totally #Exposed

कल 5 अप्रैल को विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन (थिंकटैंक RSS) ने एक कॉन्फ्रेंस कराया, इन एसोसिएशन विथ #IIMCनईदिल्ली , जिसकी जानकारी यहाँ के ADG, डीन ऑफ़ स्टूडेंट को नहीं थी, और छात्रों को इसके बारे में सूचना के कोई पब्लिक नोटिस भी नहीं दिया गया।
सवाल अब यही उभर कर आता है, कि क्या वो फाउंडेशन जो IIMC को कॉन्फ्रेंस में इन एसोसिएशन विथ दिखाया है, क्या उसने IIMC प्रशासन से अनुमति ली थी, और उसने अनुमति ली थी, तो इस अनुमति IIMC की तरफ से किसने दे दिया, चोरी छिपे।

या अगर उस फाउंडेशन ने अनुमति नहीं ली थी, तो यह काफी गंभीर मामला है, क्योंकि यह IIMC के गुडविल को यूज़ का करने का मामला है, जिसके लिए उस फाउंडेशन को तुरंत माफ़ी मांगनी चाहिए। अन्यथा IIMC प्रशासन को तुरंत संज्ञान लेकर सम्बन्धित विधिक कार्यवाही करनी चाहिए।

और सबसे बड़ी बात इस कॉन्फ्रेंस में काफी गणमान्य लोग शामिल हुए थे, जिनमे केंद्रीय मंत्री Dr jitendra singh जैसे लोग भी थे।

उस कार्यक्रम से संबन्धित फाउंडेशन का लिंक:

http://www.vifindia.org/event/2017/march/27/national-conference-on-communicating-india

(अंकित कुमार सिंह की फेसबुक दीवार से)

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