बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में गुरुवार को भगत सिंह जयन्ती के मौके पर परिसर के भीतर और बाहर जमकर बवाल कटा। परिसर के भीतर ज्वाइंट ऐक्शन कमेटी (जेएसी) के छात्रों ने भगत सिंह और राम मनोहर लोहिया की तस्वीरों के साथ प्रशासन के खिलाफ़ प्रदर्शन किया। मामले ने तब उग्र रूप ले लिया जब एक पुलिसकर्मी ने कथित रूप से एक छात्र के हाथ से लोहिया की तस्वीर लेकर फाड़ दी और उसे जेब में रख लिया।
इस घटना के बाद छात्र उग्र हो गए जिससे प्रशासन को दो कदम पीछे हटना पड़ा। इन छात्रों में पूर्व में निष्कासित छात्र भी थे जिन्होंने साइबर लाइब्रेरी के मुद्दे पर आंदोलन किया था। लोहिया की फोटो फाड़े जाने के खिलाफ छात्रों ने प्रदर्शन किया, पुलिस से उनकी झड़प हुई और बाद में इन छात्रों ने बीएचयू प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा।
ठीक इसी के समानांतर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने परिसर के बाहर सिंहद्वार से रविदास गेट तक मशाल जुलूस निकाला और वंदे मातरम के नारे लगाए।
सिंहद्वार के बाहर मालवीयजी की प्रतिमा के पास आंदोलनरत जेएसी के छात्रों ने काली तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। इन छात्रों को पूर्व छात्र नेता सुनील यादव ने संबोधित किया।
ख़बर लिखे जाने तक दिन भर विश्वविद्यालय में चले इस बवाल की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी थी लेकिन तस्वीरें और वीडियो गवाह हैं कि एक बार फिर बीएचयू में तनाव पैदा हो गया है। दिलचस्प बात यह है कि समूचे मीडिया से यह ख़बर नदारद है।