महामारी के दौरान भी ‘हिंदू-मुस्लिम’ डिबेट में जुटे हैं न्यूज़ चैनल !

भारत की अधिकतर टीवी मीडिया ज़मीनी समस्याओं और मुद्दों को छोड़कर अन्य विषयों पर बहस और कार्यक्रम करती रहती है। कोरोना महामारी के समय भी टीवी मीडिया में कोई बदलाव नहीं आया है। टीवी चैनलों के सोशल मीडिया हैंडल्स से भी कई बार झूठी और भ्रामक ख़बरें फैलायी गयीं। साथ ही पुलिस ने उनका खंडन भी किया है। टीवी मीडिया के द्वारा जिस तरह के कार्यक्रम चलाये जाते हैं। उन्हीं पर एक ट्विटर हैंडल (क्रूरदर्शन) के द्वारा एक रिपोर्ट पेश की गयी है। जिसमें स्क्रीनशॉट के साथ ये बताया गया है कि कोरोना वायरस जैसी महामारी के दौरान भी टीवी मीडिया ने किन-किन मुद्दों पर बहस की है?

उस ट्विटर हैंडल से सबसे पहले सवालों का एक स्क्रीनशॉट पोस्ट किया गया है। जिसमें लिखा है कि टेस्टिंग, स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों, (PPEs, वेंटिलेटर, अस्पतालों की हालत, मेडिकल स्टाफ़), लॉकडाउन में गरीब और प्रवासी मजदूरों द्वारा झेली जा रही दिक्कत, कोरोना योद्धा कोरोना वायरस से संक्रमित, लॉकडाउन के बाद आर्थिक मॉडल के बारे में एक भी डिबेट नहीं.

उसके आगे की पोस्ट में लिखा है कि ये न्यूज़ नेशन के दीपक चौरसिया के डिबेट शो (खोज ख़बर) की लिस्ट है जिसमें 16 मार्च 2020 (कोरोना पर पहली डिबेट) से 9 मई 2020 तक सभी डिबेट्स हैं

40 बहसों में

तब्लीगी ज़मात पर 23, शाहीन बाग पर 4, हिंदू-मुस्लिम विषय पर 4, प्रधानमंत्री मोदी की जय-जयकार पर 2, अनूप जलोटा पर 1, बाबा रामदेव पर 1, रामायण पर 1

इस ट्वीट में 36 बहसों का ज़िक्र है

दूसरे ट्वीट में क्रूरदर्शन के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि ये न्यूज़ 18 पर अमिश देवगन के डिबेट शो (आर-पार) की लिस्ट है जिसमें 17 मार्च (कोरोना पर पहली डिबेट) से 8 मई 2020 तक सभी डिबेट्स हैं

34 बहसों में

हिंदू मुस्लिम विषय पर 19, तब्लीगी ज़मात पर 12, प्रधानमंत्री मोदी की जय-जयकार पर 4, ऑपजिशॅन के ख़िलाफ़ 4, शाहीन बाग पर 2, कनिका कपूर पर 1, पाकिस्तान पर 1

क्रूरदर्शन के द्वारा न्यूज़ 18 की पोस्ट पर कुल बहस की गिनती जोड़ेंगे तो 43 होगी और नीचे स्क्रीनशॉट में डिबेट्स लाल रंग से हाईलाइट की गयी हैं

क्रूरदर्शन के द्वारा 7 मई 2020 को किये गए ट्वीट में बताया गया है कि ये रिपब्लिक भारत पर अर्नब गोस्वामी के डिबेट शो (पूछता है भारत) की लिस्ट है जिसमें 13 मार्च (कोरोना पर पहली डिबेट) से 1 मई 2020 तक सभी डिबेट्स हैं।

इन 60 बहसों में से

तब्लीगी ज़मात पर 18, शाहीन बाग़ पर 4, ऑपजिशॅन के ख़िलाफ़ 13, प्रधानमंत्री मोदी की जय-जयकार पर 5, पालघर मॉबलिंचिंग पर 8,  (लिंचिंग के बारे में गलत सांप्रदायिक जानकारियां फैलायीं, पहले शो पर ही टोंके जाने के बावजूद 7 और डिबेट्स कीं)

बांद्रा प्रवासी मजदूरों पर 2 (मजदूरों को पैसा देकर लाये गए एक्टर्स बताया, सांप्रदायिक एंगल दिया, पूरी घटना को एक साजिश बताया)

बाबा रामदेव पर 1

(बाबा रामदेव ने पतंजलि के प्रोडक्ट्स दिखाए और कई बार कहा कि ये पेड विज्ञापन नहीं है)

साथ ही एक स्क्रीनशॉट भी पोस्ट के साथ लगाया गया है। जिसमें रिपब्लिक टीवी द्वारा किये गए कार्यक्रमों की पूरी सूची दी गयी है।

इस ट्वीट में 58 बहसों का ज़िक्र है

इस ट्वीट में लिखी या पोस्ट की गयी बातों की मीडियाविजिल द्वारा सिर्फ़ रिपोर्ट बनायी गयी है। इस ट्वीट से मीडियाविजिल का कोई संबंध नहीं है।


 

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