बरेली में एलएलबी के एक विकलांग छात्र ने पुलिस को अपने पड़ोस में पराली जलाए जाने का वीडियो ट्वीट किया तो इलाके के नाराज दरोगा ने उसे डेढ़ घंटे हिरासत में रखा और नेशनल सिक्यूरिटी एक्ट (रासुका) और गैंगस्टर एक्ट लगाकर 10 साल के लिए जेल भेजने की धमकी दी।
यह ख़बर एनडीटीवी ने की है। इरशाद ने पुलिस उच्चाधिकारियों को ट्वीट कर पराली जलाने की शिकायत की थी। इंस्पेक्टर शीशगढ़ का कहना था कि अगर पराली जली थी तो उसे दरोगा को ही सूचना देनी चाहिए थी।
How the @Uppolice 's @bareillypolice
Unit is "dealing with" stubble burning complaints – Threatened With National Security Act, Says UP Pollution Whistleblower ; I report https://t.co/ZX8D9tvEyE— Alok Pandey (@alok_pandey) November 14, 2019
खबर के मुताबिक, नाराज दरोगा ने उसे डेढ़ घंटे हिरासत में रखा और नेशनल सिक्यूरिटी एक्ट (एनएसए) और गैंगस्टर एक्ट लगाकर 10 साल के लिए जेल भेजने की धमकी दी। इंस्पेक्टर और छात्र की बातचीत सोशल मीडिया में वायराल हो रही है।
उत्तर प्रदेश में एक छात्र ने पराली जलाने से हो रहे प्रदूषण का विडियो ट्वीट किया तो इलाक़े के दरोग़ा ने उसके ऊपर गैंगस्टर एक्ट लगाकर उसे 10 साल के लिए जेल में डालने की धमकी दी.
सुनिए दरोग़ा जी की धमकी का फ़ोन… pic.twitter.com/tz0p32Pyx1— Manish Sisodia (@msisodia) November 15, 2019
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भेजे पत्र में कहा गया है कि टांडाछंगा के विधि छात्र इरशाद ने पुलिस उच्चाधिकारियों को ट्वीट कर पराली जलाने की शिकायत की थी। इंस्पेक्टर शीशगढ़ ने उसके साथ अभद्रता कर उन्हें झूठे मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी। मुख्य न्यायाधीश से मामले का स्वत: संज्ञान लेकर इंस्पेक्टर शीशगढ़ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है।