आज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अमौसी एयरपोर्ट पर हवाई जहाज में चढ़ने से रोकने के साथ जो नाटक शुरू हुआ, उसने इलाहाबाद की सड़कों पर खूनी रूप ले लिया। सपाइयों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया, फायरिंग हुई।
सपा नेता धर्मेंद्र यादव का सिर फटा। पूर्व छात्र नेता ऋचा सिंह को चोट आई। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।
इस हमले की प्रतिक्रिया इतनी तगड़ी हुई कि बसपा प्रमुख मायावती से लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण तक ने घटना की जोरदार निंदा की।
सूबे के महंत योगी आदित्याथ क्या इतना नहीं समझते कि ऐन चुनावी माहौल में इस तरीके से पूव्र मुख्यमंत्री को बेइज्जत करना और विपक्षी दल को सरेआम पुलिस से पिटवाना भाजपा की बची-खुची किस्मत को पलीता लगा सकता है। इतनी राजनीति तो कोई भी समझेगा। फिर योगी क्या जानबूझ कर ऐसा कर रहे हैं।