यूपी के प्रयागराज जिले में एक दलित परिवार के 4 लोगों की कुल्हाड़ी से काट कर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इसी पीड़ित परिवार को सांत्वना देने प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार शाम प्रयागराज पहुंची। प्रियंका ने गोहरी पहुँचकर नरसंहार में मारे गये लोगों के परिजनों से मिलकर उनका दुख बाँटा।
पुलिस पर मिलीभगत का आरोप..
प्रियंका को देखते ही परिवार की महिलाएं फूट-फूट कर रोने लगीं और कांग्रेस महासचिव से अपनी पीड़ा साझा की। आपको बता दे कि पीड़ित परिवार ने इस हत्या के पीछे गांव के ही लोगों पर शक जताया है। वहीं पीड़ित परिवार की शिकायत पर आरोपी परिवार के लोगों को अरेस्ट कर पुलिस पूछताछ कर रही है। पीड़ित परिवार ने इस हत्या के पीछे कई पुलिसकर्मियों पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया था। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फाफामऊ इंस्पेक्टर और एक पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया।
स्थानीय प्रशासन गुंडों का खुलकर समर्थन करता था: पीड़ित परिवार
मृतक फूलचंद पासी के परिजनों ने प्रियंका को बताया कि स्थानीय पुलिस ने गुंडों को संरक्षण दिया। परिजनों का आरोप है कि स्थानीय दबंगों ने कुछ दिन पहले फूलचंद के घर जाकर उनको धमकाया था, फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। प्रियंका से अपनी पीड़ा सांझा करते हुए परिजनों ने बताया कि हमारी बात नहीं सुनी जाती थी और स्थानीय प्रशासन गुंडों का खुलकर समर्थन करता था।
BJP सरकार में गरीबों, दलितों एवं वंचितों की कोई सुनवाई नहीं: प्रियंका गांधी
पीड़ित परिवार की पीड़ा और घटना के बारे में जानने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा, “प्रदेश में कानून व्यवस्था की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस सरकार में गरीबों, दलितों एवं वंचितों की कोई सुनवाई नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि “आज संविधान दिवस है। न्याय संविधान का सबसे महत्वपूर्ण मूल्य है। मैं न्याय की लड़ाई के साथ हूं।”
भाजपा सरकार किस मुंह से संविधान दिवस मना रही है: प्रियांक गांधी
परिजनों से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत का वीडियो ट्वीट करते हुए प्रियंका ने मोदी सरकार पर हमला किया, उन्होंने लिखा, “प्रयागराज में फूलचंद पासी के परिवार के साथ घटी घटना सरकारी सरंक्षण में दलितों के साथ हुआ नरसंहार है। 2019 से सरकार की मशीनरी गुंडों को सरंक्षण देती रही। भाजपा सरकार किस मुंह से संविधान दिवस मना रही है, जब उसकी किताब में दलितों के खिलाफ केवल अन्याय है, अत्याचार है।”
पूरा मामला..
प्रयागराज में स्थित फाफामऊ के गोहरी गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। मृतकों में फूलचंद(50), उसकी पत्नी मीनू(45), बेटा शिव(10) और 17 वर्षीय बेटी शामिल हैं। चारो के खून से लथपथ शव सुबह घर के भीतर पड़े मिले। धारदार हथियार से हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारा गया। दरअसल, दो दिन से उन्हें किसी ने नहीं देखा था। सुबह दरवाज़ा खुला होने की सूचना पर पड़ोस में रहने वाला भाई पहुंचा तो घटना की जानकारी हुई।
घरवालों ने गांव के ही एक परिवार पर रंजिश के तहत इस हत्याकांड को अंजाम देने का आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि स्थानीय दबंगों ने कुछ दिन पहले फूलचंद के घर जाकर जान से मरने की धमकी दी थी। फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। फूलचंद पासी के परिजनों का पुलिस पर मिलीभगत का आरोप है। परिजीनों का कहना है कि स्थानीय पुलिस ने गुंडों को संरक्षण दिया। हालांकि पुलिस कई अन्य बिंदुओं पर भी जांच में जुटी है। किशोरी का शव नग्न हाल में मिला, ऐसे में सामूहिक दुष्कर्म की भी आशंका है।