नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में दिल्ली की शाहीन बाग की तर्ज पर लखनऊ के घंटाघर महिलाओं की अगुवाई में कल से जारी प्रदर्शन के दौरान आज पुलिस तीन लोगों को उठा कर चौक कोतवाली ले गयी है.उधर किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए इलाके में भारी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई है. शनिवार को भी पुराने लखनऊ के घंटाघर पर महिलाओं का प्रदर्शन जारी है.
A landmark in Lucknow fell to a sudden swoop by Shaheen Bagh-style protesters, undeterred by boasts of demonstrators being “shot like dogs” in the state, whose administration claims to have checked the citizenship protests.https://t.co/aHLBgCgRXF
— The Telegraph (@ttindia) January 18, 2020
शुक्रवार दोपहर तीन बजे दिन से नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में मुस्लिम महिलाएंं अपने बच्चों के साथ धरने पर बैठी हैं. रातभर कोहरे और ठंडी में महिलाओं ने नारेबाजी की.
Women continue to protest against the Citizenship Amendment Act and National Register of Citizens, at Ghanta Ghar in Lucknow pic.twitter.com/nqWp0l8LDl
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 18, 2020
हुसैनाबाद स्थित घंटाघर पर महिलाएं अपने बच्चों के साथ प्रदर्शन कर रही हैं. मौके पर भारी संख्या में यूपी पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात हैं. इन महिलाओं का कहना है कि इनका प्रदर्शन अनिश्चितकालीन है.
धरने में शामिल महिलाओं का कहना है कि सीएए में मुसलमानों को शामिल न कर सरकार हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ना चाहती है.
घंटाघर पर प्रदर्शन की कुछ तस्वीरें देखिये :