काकोरी के शहीदों की याद में 19 दिसम्बर को साझी विरासत, साझी शहादत, साझी नागरिकता के मकसद से होने वाले आयोजन को रोकने की कोशिश हो रही है। लखनऊ के नागरिकों का यह आयोजन नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में है।
जाहिर है, यह हमारे कल के प्रदर्शन को रोकने के लिए है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम चुप हो जायेंगे। हम अपनी बात कहेंगे। हम अपने संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
इसलिए हम सभी अमनपसंद साथियों से अपील करते हैं कि वे काकोरी के शहीदों को याद करते हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन में हिस्सा लें। ज्यादा से ज्यादा तादाद में आयें। मुस्तैद रहें और देखें कि किसी भी तरह से कोई हमें बदनाम करने के लिए हिंसा का सहारा न लें। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध पूरी तरह अहिंसक और शांतिपूर्ण हो, हम इसकी गारंटी करेंगे।
रिहाई मंच की प्रेस विज्ञप्ति