नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश में अब तक 879 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 164 मामले दर्ज किये गये हैं. वहीं सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर 76 मामले दर्ज़ हुए और 108 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अब तक 15,344 सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई हुई है साथ ही 5312 लोगों को एतियातन हिरासत में लिया गया है. इन लोगों को हिंसा या हिंसा का माहौल पैदा करने के संदेह में बाउंड डाउन किया गया है.
Uttar Pradesh Police: 76 cases registered & 108 people arrested across the state in connection with objectionable/misleading posts on social media on #CitizenshipAmendmentAct. Action taken against 15,344 social media posts. https://t.co/PiXnVosSdm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 22, 2019
केवल मेरठ में 46 मामले दर्ज किये गये हैं और 265 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
ADG Meerut, Prashant Kumar: 46 cases were registered in the zone & 265 people arrested. Illegal arms have been recovered from spot. A team has been formed to identify perpetrators using video footage. Damage is being assessed that will be recovered from those involved in violence pic.twitter.com/9rBdaErgYW
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 22, 2019
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे हिंसक प्रदर्शनों पर कहा, ‘जहां तक दंगों का सवाल है, दंगा भड़काने वाले लोग सरकार में ही बैठे हैं. सिर्फ सरकार में बैठे लोगों को ही दंगों से फायदा होगा. बीजेपी जान-बूझकर नफरत फैला रही है, लोगों को डरा रही है. वो लोग वास्तविक मुद्दों के मोर्चे पर नाकाम हो गए हैं.’
Akhilesh Yadav, ex-CM & SP leader: As far as riots are concerned, those inciting riots are sitting in the govt itself. Only those sitting in the govt will be benefitted by riots. BJP is deliberately spreading hatred, scaring people. They have failed on the front of real issues. pic.twitter.com/Q37p8FZ681
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 22, 2019
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में आन्दोलन हो रहा है. इस आन्दोलन में देशभर में हिंसाएं भी हुई. पुलिस फायरिंग और लाठीचार्ज भी जिसमें अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी और हजारों ज़ख्मी हुए हैं. सैकड़ों लोग जेलों में बंद हैं.अनेकों हिरासत में लिए गये हैं. देश के कई हिस्सों में इन्टरनेट सेवा ठप है.