उत्तर प्रदेश पुलिस ने अमेठी की नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के करीबी भाजपा प्रचारक सुरेन्द्र प्रताप सिंह की हत्या के पीछे स्थानीय रंजिश को वजह बताया है. हत्या के बाद से ही यह प्रचार किया जा रहा था कि स्मृति इतनी के चुनाव से जुड़े होने के चलते सिंह की हत्या हुई है।
अंग्रेज़ी दैनिक द इकोनोमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने कहा है कि साक्ष्य के आधार पर इस हत्याकांड के पीछे स्थानीय राजनीतिक प्रतिस्पर्धा की बात सामने आई है. हत्यारे, उनके स्थानीय राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी थे. आरोपियों में से एक पंचायत चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन सिंह एक अन्य उम्मीदवार का समर्थन कर रहा था.
सुरेन्द्र सिंह पर बीते रविवार हमला हुआ जिसके बाद लखनऊ के अस्पताल मे उन्होंने दम तोड़ दिया था. सुरेन्द्र सिंह बीजेपी कार्यकर्ता थे. हत्या के बाद से ही दो बातें खूब प्रचारित की गईं। पहली, वे स्मृति ईरानी के करीबी थे और दूसरी, ईरानी के चुनाव में सक्रिय होने के नाते उनकी हत्या राजनीतिक है.
सुरेन्द्र सिंह की हत्या की खबर मिलते ही अमेठी की सियासत मे उथल पुथल देखने को मिली. उन्होंने खुद अमेठी पहुँच कर सुरेन्द्र सिंह की शव को कंधा दिया था जिसकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए थे.
BRK:MP-elect @smritiirani reaches #Amethi to join funeral procession of her aide & @BJP4India worker Surendra Singh,who ws killed by unidentified assailants last night,while he was asleep at his home in Baraulia
Lifting pyre of her party worker, @smritiirani leads the procession pic.twitter.com/wgatYRTaGP
— Rohan Dua (@rohanduaT02) May 26, 2019
स्मृति ईरानी ने कहा था कि सुरेन्द्र सिंह के हत्यारों का पता लगाने वो सुप्रीमे कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगी और वो ये सुनिश्चित करेंगी कि उन्हें सज़ा-ए-मौत मिले.
सुरेन्द्र सिंह के बेटे ने भी अपने पिता की हत्या के पीछे कांग्रेस पार्टी को ज़िम्मेदार ठहराया था.
(इकोनॉमिक्स टाइम्स से साभार)