क़ानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सड़क पर काँग्रेस, अध्यक्ष लल्लू फिर गिरफ़्तार

उत्तर प्रदेश में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था और दलितों-पिछड़ों और महिलाओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ कांग्रेस ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज इस सवाल पर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कांग्रेस के कार्यक्रम के मद्देनजर पुलिस ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय को पुलिस छावनी में बदल दिया था। जैसे ही कार्यकर्ता राजभवन के लिए निकले पुलिस ने उन्हें रोक दिया। और यहां जमकर दोनों के बीच झड़प हुई।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस नेता विधायक दल आराधना मिश्रा मोना, कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी, आलोक प्रसाद, तनुज पुनिया समेत सैकडों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि “यूपी में दलितों-पिछड़ों और महिलाओं के खिलाफ हमले बढ़ गए हैं। हर रोज प्रदेश के किसी न किसी जिले में अपराध की घटनाएं घटित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज अपराधियों का चारागाह बन गया है। दलित-पिछड़ों पर अत्याचार हो रहा है। यहां पुलिस भी सुरक्षित नहीं है। देश में दलितों के खिलाफ हो रहे अपराध के तिहाई आंकड़े यूपी से हैं। जो ये साबित करते हैं कि ये सरकार दलित विरोधी है, दलितों के ऊपर अन्याय-अत्याचार में सरकार का मौन समर्थन है। लल्लू ने कहा कि सरकार लगातार दमन की राजनीति कर रही है और दलितों के उत्पीड़न में सहायक बनने का काम कर रही है।”

गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेताओं का कहना है कि “योगी जी अगर अपराधियों से सहानुभूति नहीं है, तो अपराध के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर लाठी क्यों चलवा रहे हैं? हमारे प्रदेश अध्यक्ष, नेता विधानमंडल दल व अन्य वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं को कानपुर कांड पर आवाज उठाने के चलते लाठीचार्ज कर गिरफ्तार क्यों कर रहे हैं? नेताओं ने कहा कि आज यूपी में जंगलराज है। हाल देखिए जंगलराज बनाने वाले अपराधियों को भाजपा सरकार का पूर्ण सरंक्षण प्राप्त है लेकिन सवाल पूछने वालों पर पुलिसिया दमन हो रहा है।”

 



 

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