उन्नाव केस : पीड़िता के पक्ष में संसद से सड़क तक प्रदर्शन, लखनऊ में कांग्रेसी कार्यकर्त्ता गिरफ्तार

उन्नाव रेप पीड़िता के सड़क हादसे के बाद पीड़िता के समर्थन में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सहित सभी आरोपियों को सज़ा देने की मांग को लेकर संसद से सड़क तक विरोध प्रदर्शन जारी है.आज कांग्रेस ने लखनऊ में बड़ा प्रदर्शन किया. यूपी पुलिस ने अनेक कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. वहीं , उन्नाव की घटना को लेकर आज दिनांक-30.07.2019 को बीएचयू गेट पर कैंडल मार्च व प्रतिरोध सभा का आयोजन है. 

कांग्रेस कार्यकर्त्ता लखनऊ में गिरफ्तार हुए हैं.

रविवार को हुए सड़क हादसे में पीड़िता की हालत गंभीर है, जबकि उसकी मौसी-चाची की मौत हो गई है. इसी के बाद से ही इस मामले पर बवाल मचा हुआ है.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को बीजेपी पर सीधा हमला बोलते हुए पूछा कि आखिर क्यों बीजेपी विधायक और रेप के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर जैसे लोगों को ‘राजनीतिक शक्ति का संरक्षण’ दिया जा रहा है जबकि पीड़ित अपने जीवन के लिए अकेले संघर्ष कर रहे हैं.

प्रियंका गांधी का फेसबुक पोस्ट

उन्नाव मामले को लेकर बीजेपी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों में मोर्चा खोल दिया है.मामले में निष्पक्ष जांच और पीड़िता को न्याय के लिए आज सपा, टीएमसी समेत तमाम दलों के नेताओं ने संसद भवन परिसर में धरना दिया.

गिरफ्तारी के बाद यूथ कांग्रेस के नेता शाहनवाज़ आलम साथियों के साथ पुरानी जेल लखनऊ में

इस बीच खबर है कि आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सीबीआई जांच पूरी होने तक पार्टी से निष्कासित किया गया है.

उन्नाव रेप पीड़िता अब जब जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रही है ऐसे में उनका एक पत्र सामने है जिसमें उन्होंने धमकी मिलने की शिकायत सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से की थी. उन्नाव में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर द्वारा रेप पीड़िता ने 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर सूचना दी थी कि उनके घर पर लोग आकर उन्हें मामला वापस लेने के लिए धमकी देते हैं. वे लोग कहते हैं कि केस वापस ले लो नहीं तो पूरे परिवार को फ़र्ज़ी केसों में फंसा कर जेल भेज देंगे.

पीड़िता ने पत्र लिख कर मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई से ऐसे लोगों के खिलाफ़ कार्यवाही की मांग की थी.

उधर पीड़िता के रिश्तेदार और परिजन लखनऊ के किंग जार्ज अस्पताल के सामने कुलदीप सिंह को सज़ा दिए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे.

यूपी के उप मुख्यमंत्री का बयान

गौरतलब बात है कि, इस घटना के खुलासे के बाद पीड़िता को न्याय मिलना तो दूर की बात, पुलिस इस मामले में केस दर्ज़ करने में आनाकानी करती रही, फिर मीडिया में इस ख़बर के आने के बाद और पीड़िता के परिवार द्वारा अदालत जाने के बाद मजबूरन पुलिस को मामला दर्ज़ करना पड़ा था.
उसके बाद रेप पीड़ित लड़की के पिता की पहले ही पुलिस की हिरासत में मौत हो चुकी है जबकि उसके चाचा भी कुछ अन्य मामलों में गिरफ़्तार करके पिछले दिनों जेल भेज दिए गए थे.

28 जुलाई को जेल में बंद अपने चाचा से जब मिलने जा रही थी रास्ते में एक ट्रक से सीधी टक्कर होने के चलते उनकी चाची और मौसी की मौत हो गई.
रेप पीड़िता और उनके वकील के साथ एक ही गाड़ी में सवार थे. हादसे में रेप पीड़िता और वकील भी बुरी तरह से घायल हुए हैं जिनका लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है.

जिस ट्रक से रेप पीड़िता की कार की टक्कर हुई, उसके नंबर प्लेट पर कालिख पुती हुई थी.
किन्तु, राज्य के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह का बयान आया कि ‘प्रथम दृष्ट्या यह हादसा ही प्रतीत हो रहा है, इसमें साज़िश जैसी कोई बात नहीं दिख रही है.’

उत्तर प्रदेश पुलिस का बयान

योगी सरकार ने उन्नाव की गैंगरेप पीड़ित लड़की की सड़क दुर्घटना मामले की जांच अब सीबीआई से कराने की सिफ़ारिश की है.

जांच रिपोर्ट आने पर घटना की सीबीआई जांच कराई जाएगी. जिस ट्रक की टक्कर से दुर्घटना हुई है, उसके ड्राइवर, मालिक और क्लीनर को भी गिरफ़्तार कर लिया गया है.

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस हादसे पर सवाल उठाते हुए इसे साजिश होने का संदेह व्यक्त किया है.

वहीं, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पीड़ित परिवार से मुलाक़ात के बाद कहा कि जब तक इस मामले की सुनवाई उत्तर प्रदेश के बाहर नहीं होती, पीड़ित और उसके परिवार को न्याय नहीं मिलेगा.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी ट्वीट किया है.

 

 

 

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