केरल में जारी चुनावी संग्राम के बीच झाँसी रेलवे स्टेशन पर धर्मपरिवर्तन के झूठे आरोप में दो ननों के उत्पीड़न का मुद्दा बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने इसे आरएसएस के दुष्प्रचार का नतीजा बताया है। वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा है कि इससे देश की छवि धूमिल हुई है। एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर ननों के उत्पीड़न का आरोप है। ज़ाहिर है बीजेपी बैकफुट पर है और गृहमंत्री अमित शाह ने दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
दरअसल, एबीवीपी और संघ परिवार से जुड़े संगठनों ने 19 मार्च को झाँसी स्टेशन पर दो ननों पर दो अन्य लड़कियों का धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर उन्हें ट्रेन से उतरने पर मजबूर किया था। जबकि दोनों लड़कियाँ पहले से ईसाई थीं। ट्रेन में मौजूद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने उन पर आरोप लगाया था और झांसी में अन्य संगठनों के लोग भी इकट्ठा हो गये थे।
इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिक्खा क- “ये घटना संघ परिवार द्वारा एक समुदाय को दूसरे के ख़िलाफ़ खड़ा करने के लिए चलाए जा रहे दुष्प्रचार और अल्पसंख्यकों को रौंद डालने की सोच का नतीजा है।”
The attack in UP on nuns from Kerala is a result of the vicious propaganda run by the Sangh Parivar to pitch one community against another and trample the minorities.
Time for us as a nation to introspect and take corrective steps to defeat such divisive forces.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 24, 2021
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि “ये हमारे लिए एक राष्ट्र के रूप में आत्मनिरीक्षण करने और ऐसी विभाजनकारी ताक़तों को हराने के लिए सुधारात्मक क़दम उठाने का समय है।”
इस मुद्द पर केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कड़ी नाराज़गी जतायी थी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएँ देश की छवि को धूमिल करती हैं। इस घटना में शामिल लोग संविधान द्वारा दिए गए निजी अधिकारों की आज़ादी को बाधित करते हैं। झाँसी में जो हुआ वह इस देश में नहीं होना चाहिए। यह बहुत गंभीर मामला है और ऐसे मामलों के लिए वह राज्य बदनाम है। विजयन ने दावा किया कि उनकी सरकार केरल में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की किसी मुहिम को पनपने नहीं देगी।
Harassment of nuns in UP is shocking. Indian citizens’ fundamental rights have been violated. @BajrangdalOrg & @Uppolice have tarnished India’s image and our ancient tradition of religious tolerance. Wrote to @HMOIndia requesting intervention, so that authorities take action. pic.twitter.com/H9IMAupesd
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) March 24, 2021
केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल के अलावा कई ईसाई संगठनों ने भी घटना की निंदा की है और यूपी सरकार से दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की माँग की है। मामला तूल पकड़ता देख गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई होगी।