अर्पणा सेन, श्याम बेनेगल समेत 49 के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज, 3 अगस्त को सुनवाई

उन्मादी भीड़ की हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखने वाले फिल्मी कलाकारों और 49 बुद्धिजीवियों के खिलाफ मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एसके तिवारी के कोर्ट में राजद्रोह का केस दर्ज़ किया गया है. मुज़फ्फरपुर के मुख्यन्यायिक दंडाधिकारी सूर्य कांत तिवारी की अदालत में अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने अभिनेत्री अर्पणा सेन, सौमित्र चटर्जी, श्याम बेनेगल समेत 49 फ़िल्म कलाकारों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि इन लोगों के द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र से न बल्कि देश की छवि विदेशों में खराब हुई है. बल्कि अलगावादियों से मिलकर देश को खंड-खंड विखंडित करने का काम किया गया है. न्यायालय ने मामले को स्वीकार करते हुए सुनावई की तारीख 3 अगस्त तय की गई है.

याचिकाकर्ता ने अभिनेत्री कंगना रनौत, मधुर भंडारकर और विवेक अग्निहोत्री को इस केस में गवाह के रूप में नामजद किया है. कंगना रनौत, मधुर भंडारकर और विवेक अग्निहोत्री सहित 62 लोगों ने 49 हस्तियों द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने के खिलाफ़ मोदी को पत्र लिख कर विरोध दर्ज़ किया था.

25 जुलाई, मंगलवार को प्रख्यात फिल्म निर्माता मणिरत्नम, अनुराग कश्यप, श्याम बेनेगल, अदूर गोपालकृष्णन, बिनायक सेन और अपर्णा सेन के साथ-साथ गायक शुभा मुद्गल और इतिहासकार रामचंद्र गुहा सहित 49 हस्तियों ने धार्मिक पहचान आधारित ‘घृणा अपराधों’ की बढ़ती संख्या पर प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इसे रोकने की मांग की थी.

इसकी खूब चर्चा हुई और कुछ पक्ष ने आलोचना भी की. 49 चर्चित हस्तियों द्वारा हस्ताक्षर किये गये प्रधानमंत्री के नाम पत्र को कुछ मीडिया और कंगना रनौत, मधुर भंडारकर सहित 62 अन्य लोगों ने पक्षपाती और देश विरोधी कहते हुए इसे प्रधानमंत्री की छवि ख़राब करने की साजिश करार दिया था.

पीएम को पत्र लिखने वाली 49 हस्तियों पर बरसते हुए 62 सेलिब्रिटीज ने कहा है कि कश्मीर में जब अलगाववादियों ने स्कूल बंद करा दिए, तब आखिर ये लोग कहां थे. इसके साथ ही जेएनयू में नारेबाजी प्रकरण को लेकर भी सवाल उठाते हुए कहा गया है कि आखिर इन लोगों ने देश के टुकड़े-टुकड़े करने के नारों पर अपनी बात क्यों नहीं रखी थी.

49 हस्तियों के खिलाफ खुला पत्र लिखने वाले लोगों में कंगना रनौत, सोनल मानसिंह, प्रसून जोशी के अलावा स्वप्न दास गुप्ता, अशोक पंडित, मधुर भंडारकर, विवेक अग्निहोत्री, पल्लवी जोशी, मालिनी अवस्थी, मनोज जोशी, प्रोफेसर मनोज दीक्षित, संध्या जैन, डॉ. विक्रम संपत, प्रतिभा प्रहलाद जैसे लेखक, पत्रकार, लोक कलाकार और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग शामिल हैं.

 

 

 

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