संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आम लोगों से अपील की थी वे नए साल का जश्न किसानों के चल रहे किसी भी धरना स्थल पर मनाएं। यह दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर हुआ। देश भर में हजारों स्थानों पर, किसानों और अन्य लोगों ने किसानों के आंदोलन में भाग लिया और समर्थन करने का संकल्प लिया। इस निमंत्रण पर देशवासियों की प्रतिक्रिया बहुत सकारात्मक दिखी।
‘दिल्ली फॉर फार्मर्स’ ने किसानों के समर्थन में दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में सुबह 8 बजे से देर शाम तक विरोध प्रदर्शन किया। नये साल के पहले दिन टिकरी बॉर्डर पर, बरनाला से किसान अपने ट्रैक्टर को पीछे की ओर से चलाकर (बैक ड्राइव कर) पहुँचे। गाजीपुर सीमा पर पूर्व-सैनिको ने किसानों को समर्थन दिया और किसानों को हरसंभव सहयोग सुनिश्चित करने का भरोसा दिया। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने बड़े पैमाने पर सफाई अभियान का आयोजन करके नया साल मनाया। गाजीपुर बॉर्डर पर ही किसानों के समर्थन में बड़ी संख्या में बौद्ध भिक्षु भी पहुँचे।
देशभर में कई राज्यों और कई जगहों पर अनिश्चितकालीन धरने/ धरने शुरू किए गए हैं। वर्धा में ‘पक्का मोर्चा’ 18 वें दिन में प्रवेश किया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने केरल विधानसभा के सदस्यों की सराहना की है जिन्होंने विधानसभा में किसान आंदोलन के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि हम इस नोट के माध्यम से स्पष्ट करना चाहते हैं कि कुंडली-मानेसर-पलवल फ्लाईओवर पर किसानों के प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च को रद्द नहीं किया गया है, इसे केवल स्थगित किया गया है। इसे 6 जनवरी को आयोजित करने की योजना है, इसके बारे में ज्यादा जानकारी आने वाले कार्यक्रमो में दी जाएगी।
37 वां दिन: संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आगे के कार्यक्रमों की घोषणा
- 2 जनवरी – प्रेस क्लब, नई दिल्ली में दोपहर 12.30 बजे सयुंक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस
- 4 जनवरी – सरकार के साथ अगले दौर की बातचीत
- 6 जनवरी – केएमपी राजमार्ग पर ट्रैक्टर मार्च, सरकार के साथ वार्ता में प्रगति के आधार पर;
- अगले हफ्ते किसी निश्चित तारीख – अगर सरकार के साथ कोई प्रगति नहीं होती है, तो शाहजहांपुर सीमा नाकाबंदी को दिल्ली की ओर ले जाया जाएगा
- 7 से 20 जनवरी – देश जागृति अभियान पखवाड़ा – राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम – जिला स्तरीय धरना, रैलियां, प्रेस कॉन्फ्रेंस आदि।
- 18 जनवरी – महिला किसान दिवस
- 23 जनवरी – सुभाष चंद्र बोस जयंती – किसान चेतना दिवस
( उपरोक्त कार्यक्रम 4 जनवरी को सरकार के साथ बातचीत में प्रगति पर भी निर्भर करेंगे)
पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम जारी रहेंगे
- अडानी / अंबानी के उत्पादों और सेवाओं का बहिष्कार जारी रहेगा
- एनडीए के सहयोगियों को एनडीए छोड़ने और बीजेपी के साथ साझेदारी छोड़ने के लिए प्रदर्शन जारी रहेगा
- पंजाब और हरियाणा में टोल प्लाजा को टोल-फ्री रखा जाएगा
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से डॉ दर्शन पाल द्वारा जारी