कोरोना के कठिन सवाल पर राहुल के सामने फ़िसड्डी साबित हुए मोदी!

कुछ दिन पहले परीक्षा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने छात्र-छात्राओं को परीक्षा में पहले कठिन सवाल हल करने का सुझाव दिया था, लेकिन कोरोना से पैदा हुए हालात बताते हैं कि इस कठिन सवाल से जूझने में जो हिक़मत लगायी उसका नतीजा है कोरोना की दूसरी लहर। लगातार सात दिन से एक लाख से ज्यादा कोरोना के मरीज़ सामने आ रहे हैं, लेकिन मोदी जी प.बंगाल में रैलियाँ करने में जुटे हैं।

ऐसे में सोशल मीडिया में मोदी और राहुल गाँधी को लेकर दिलचस्प तुलना शुरू हो गयी है। जिन राहुल गाँधी को पप्पू प्रचारित करने के लिए बाक़ायदा प्रचार अभियान चला है, उन्होंने कोरोना को लेकर पहले दिन गंभीर सलाह देनी शुरू की जिसका शुरू में सरकार ने मज़ाक़ उड़ाया, लेकिन धीरे-धीरे उनकी बात और चेतावनी सही साबित हुई। अभी कुछ दिन पहले ही विदेश से वैक्सीन मंगाने के उनके सुझाव को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने हँसी में उड़ाया था, उन्हें विदेशी कंपनीयों के लिए लाबींग करने वाला बताया था, लेकिन उनकी हँसी पूरी तरह रुकी भी न थी कि सरकार को रूसी वैक्सीन स्पुतनिक के इस्तेमाल को मंज़ूरी देनी पड़ी।

आइये देखते हैं ट्वीटर पर इस संबंध में चला ये थ्रेड–

 

 

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