भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कन्याकुमारी से पदयात्रा करके कश्मीर पहुँचे राहुल गाँधी ने श्रीनगह के लालचौक के ऐतिहासिक घंटाघर पर आज तिरंगा फहराया।
तिरंगा फहराते ही हज़ारों लोगों ने श्यामलाल गुप्त पार्षद का लिखा वह ऐतिहासिक झंडा गीत (झंडा ऊँचा रहे हमारा) गाया जिसने आज़ादी के आंदोलन के दौरान लाखों लोगों को प्रेरणा दी थी। इस मौक़े पर पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा तथा अन्य कई महत्वपूर्ण नेता मौजूद थे।
इस कार्यक्रम के दौरान पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी। सुरक्षा बलों ने बाज़ार बंद करा दिये थे और आवाजाही रोक दी थी। दो दिन पहले राहुल गाँधी की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हुए थे जिस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था।
क़रीब 3570 किलोमीटर की इस यात्रा को अभूतपूर्व बताया जा रहा है। इसके पहले किसी राजनेता ने इतनी लंबी पदयात्रा नहीं की थी। इसका महत्व इसलिए भी ज़्यादा है क्योंकि राहुल गाँधी ने चुनावी नारों या राजनीति को इससे अलग रखा। उन्होंने देश की समस्याओं पर फ़ोकस रखा और नफ़रत के ख़िलाफ़ मोहब्बत का पैग़ाम दिया।
राहुल ने लालचौक पर तिरंगा फहराने के बाद ट्वीट किया- “लाल चौक पर तिरंगा फहराकर भारत से किया हुआ वादा पूरा किया। नफ़रत हारेगी, मुहब्बत हमेशा जीतेगी। भारत में उम्मीदों का नया सवेरा होगा।”