लॉकडाउन में नौकरी खोयी तो दम्पति ने की ख़ुदकुशी, प्रियंका ने सरकार को घेरा

कोरोना महामारी और लॉकडाउन ने लाखों लोगों की रोजी रोटी छीन ली है। काम धंधा बंद होने से लोगों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है। सरकार के तमाम दावे झूठे साबित हो रहे हैं लोग आर्थिक संकट और भुखमरी के चलते मौत को भी गले लगा रहे हैं। ताजा मामला कानपुर के बिधनू थाना क्षेत्र का है जहां आर्थिक तंगी से परेशान एक युवक ने खुदकुशी कर ली। थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी भी अपने दुधमुंहे बच्चे को दूसरे कमरे में छोड़कर फांसी लगा ली।

पति-पत्नी की खुदकुशी की घटना पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दुख जताते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि “एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री लाखों नौकरियां देने का दम भर रहे है तो दूसरी तरफ कानपुर के युवा दंपति ने लॉकडाउन में गई नौकरी के कारण भूख के कारण मौत को गले लगा लिया।

सरकार को संकटकाल मे प्रचार से ज्यादा लोगों की समस्याओं के समाधान पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।“

बताया जा रहा है लॉकडाउन के चलते युवक की नौकरी छूट गई थी, जिसके चलते इसके परिवार के सामने भूखमरी की नौबत आ गई थी। आर्थिक तंगी के चलते युवक और उसकी पत्नी के बीच झगड़ा भी होने लगा था।

खबरों के मुताबिक 35 वर्षीय युवक प्रिंस लखनऊ की एक दवा कंपनी में काम करता था। फेसबुक के जरिये उसकी पहचान देवरिया की रहने वाली चंद्रिका से हुई थी। दो साल पहले दोनों ने कोर्ट में शादी कर ली थी। जून 2019 में दोनों का बेटा हुआ। सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन लॉकडाउन के दौरान युवक की नौकरी छूट गई। आर्थिक तंगी के चलते पति-पत्नी के बीच आए दिन झगड़ा होने लगा।

बताया जा रहा है घटना के दिन दोपहर में फिर दोनों के बीच झगड़ा हुआ। इसके बाद युवक ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और सड़ी के जरिए पंखे से लटककर जान दे दी। पति को फंदे से झूलता देखकर युवक की पत्नी भी अपने एक साल के बच्चे को दूसरे कमरे में छोड़ कर दुपट्टे से फांसी लगा ली।

आस-पास के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। लोगों के घर पहुंचने पर मासूम बच्चा कमरे के बाहर रोते बिलखते मिला। वहीं पुलिस का कहना है कि आर्थिक तंगी के चलते पारिवारिक कलह की बात सामने आई है।


 

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