बिहार विधानसभा चुनाव के दुसरे चरण के लिए प्रचार थम चुका है. सभी दलों के नेताओं ने आज ताबड़तोड़ रैलियां की. प्रधानमंत्री मोदी ने चार रैलियां की. जबकि महागठबंधन के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने एक दर्ज़न से अधिक रैलियां की हैं.
पीएम मोदी अपनी सभाओं में तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी हमला करते नज़र आएं. उन्होंने एक सभा में कहा, आज बिहार के सामने एक तरफ डबल इंजन की सरकार है तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज हैं और एक तो जंगलराज के युवराज भी हैं. डबल इंजन वाली एनडीए सरकार बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और ये डबल-डबल युवराज अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं.
राजद सुप्रीम लालू प्रसाद यादव के शासनकाल पर निशाने साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, एक पक्ष है जंगलराज का, जो अंधेरा वापस लाना चाहता है ताकि लालटेन फिर से जले. लेकिन जंगलराज की हालत ये थी कि जो उद्योग, चीनी मिलें, दशकों से चंपारण और बिहार का हिस्सा रही हैं, वो भी बंद हो गईं.
महागठबंधन के सहयोगी वाम दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब तो इस चुनाव में जंगलराज वालों के साथ नक्सलवाद के समर्थक, देश के टुकड़े-टुकड़े करने की चाहत रखने वालों के समर्थक भी बढ़ चढ़कर बारात में जुड़ गए हैं
पीएम मोदी एक अन्य सभा में कहा कि जंगलराज वालों ने अगर कभी आपकी चिंता की होती तो बिहार विकास की दौड़ में इतना पिछड़ता नहीं. सच्चाई ये है कि इन्हें न पहले आपकी चिंता थी और न ही आज है. जंगलराज वालों को चिंता है कि अपनी बेनामी संपत्ति कैसे छिपाएं.
जवाब देने में महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव भी पीछे नहीं रहें. उन्होंने भी पीएम मोदी को 2014 के लोकसभा के चुनाव में किए गये उनके वादे की याद दिला दी. दरअसल, 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मुजफ्फरपुर में एक सभा में तब के एनडीए के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि अगर हमारी सरकार बनी तो मोतिहारी में बंद पड़े मिल को चालू करवाएंगे.
नेता-प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे ही याद दिलाते हुए कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने 2014 में मोतिहारी की चुनावी सभा में कहा था कि वो मोतिहारी की बंद चीनी मिल को शुरू करवाके, अगली बार मोतिहारी आगमन पर उसमें बनी चीनी की ही चाय पियेंगे. प्रधानमंत्री जी आज 6 वर्ष बाद मोतिहारी आए लेकिन उस बंद चीनी मिल एवं चाय के बारे में कुछ नहीं बोले.
पीएम मोदी के हमला को जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने यह नहीं बताया कि ड़बल इंजन सरकार के चलते बिहार की बेरोजगारी दर 46.6% क्यों है? बिहार के हर दूसरे घर से पलायन क्यों होता है? NCRB के आँकड़ो में बिहार अपराध में अव्वल क्यों है? नीति आयोग के अनुसार शिक्षा स्वास्थ्य क्षेत्रों में बिहार फिसड्डी क्यों है?
आपको बता दें, दूसरे चरण में 3 नवम्बर को 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. जिसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, नालंदा और पटना जिले की विधानसभा सीटें शामिल हैं.
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