कोरोना काल में लॉकडाउन के बाद जब ट्रेन यात्रा शुरू हुई, तो सरकार के सोशल डिस्टेंसिंग का हवाला देते हुए प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ा दिए, जिससे कम लोग प्लेटफॉर्म पर आए , लेकिन लोगो ने महंगे टिकट से बचने के लिए दूसरा उपाय निकाल लिया। पूर्व मध्य रेल के दानापुर मंडल में प्लेटफॉर्म टिकट महंगा होने के कारण यात्रियों को स्टेशन पर छोड़ने या लेने आने वाले लोग अब कम दूरी की यात्रा टिकट खरीदने लगे हैं।
ऐसे लोगो के पास ट्रैवल टिकट होने से चेकिंग स्टाफ भी कुछ नहीं कह पा रहा..
सरकार ने इसी कारण दाम बढ़ाए की काम लोग यात्रियों को स्टेशन पर छोड़ने या लेने आए लेकिन क्या सरकार के दाम बढ़ाने से लोगो ने प्लेटफॉर्म पर आना बंद किया? इसका जवाब है नहीं! बल्कि लोगो ने महंगे टिकट न करीदने का तोड़ निकल लिया। हिन्दुस्तान की ग्राउंड रिपोर्ट के मुताबिक, पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल, पाटलिपुत्र जंक्शन, दानापुर, आरा, बक्सर समेत 13 स्टेशनों पर कोरोना काल में बढ़े हुए दाम पर 50 रुपये में प्लेटफॉर्म टिकट उपलब्ध हैं।
महंगा प्लेटफॉर्म टिकट न खरीदने और चेकिंग से बचने के लिए लोग प्लेटफॉर्म टिकट की जगह पैसेंजर ट्रेनों का अगले एक-दो स्टेशन के लिए टिकट खरीद कर प्लेटफॉर्म व स्टेशन परिसर में जा रहे हैं। अब जब ऐसे लोगो के पास ट्रैवल टिकट होते हैं तो टिकट चेकिंग स्टाफ भी उन्हें कुछ नहीं कह पा रहा है। गौरतलब है कि कोरोना से पहले प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 10 रुपये थी। रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ का कहना है कि टिकट की कीमत बढ़ाने या घटाने का अधिकार संबंधित डीआरएम को है।
इसलिए ज़्यादातर लोग खरीद रहे यात्रा टिकट..
- प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत ज्यादा होने के कारण यात्री सामान्य पैसेंजर के लिए न्यूनतम 10 रुपये या यात्री स्पेशल ट्रेनों के लिए न्यूनतम 30 रुपये के टिकट खरीद रहे हैं।
- पटना जंक्शन सहित 13 स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट लेने वालों को 50 रुपये की तुलना में यात्रा टिकट पर 20 से 40 रुपये की बचत हो रही है।
- वहीं यात्रा टिकट लेने पर उसकी वैधता प्लेटफॉर्म टिकट की तुलना में एक घंटे अधिक होती है। प्लेटफार्म टिकट केवल दो घंटे के लिए वैध है, जबकि यात्रा टिकट तीन घंटे के लिए वैध है।
जंक्शन पर तैनात टीटीई के मुताबिक यात्रा टिकट होने पर लोगों को प्लेटफॉर्म और स्टेशन में प्रवेश करने से नहीं रोका जा सकता है।
महंगा प्लेटफॉर्म टिकट की समीक्षा करेंगे DRM..
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व मध्य रेल में मंडल रेल प्रबंधक प्रभात कुमार दानापुर मंडल के केवल 13 बड़े और छोटे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत की समीक्षा करेंगे। उन्होंने इस मामले में कहा है कि यहां प्लेटफॉर्म टिकट क्यों और कैसे महंगे हैं, इसकी जल्द ही समीक्षा की जाएगी। साथ ही स्टेशनों पर भीड़भाड़ की स्थिति और यात्रियों की संख्या आदि का भी ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जोन में अन्य जगहों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतों में कमी की स्थिति में जानकारी जुटाई जाएगी कि वहां दाम कम कैसे चल रहा है।