यूपी में अपनी खोयी ज़मीन की तलाश में बेक़रार कांग्रेस संगठन को मज़बूत करने में जुटी हुई है। यूपी की प्राभारी महासचिव प्रियंका गाँधी इस मसले पर ख़ास रुचि ले रही हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि आगामी यूपी विधानसभा चुनाव में संगठन की राय सबसे महत्वपूर्ण होगी।
प्रियंका ने ये ऐलान शुक्रवार को आयोजित प्रयागराज और सुल्तानपुर के कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षिण शिविर को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि संगठन निर्माण का काम सबसे महत्वपूर्ण है और सभी पदाधिकारी इस काम में जी जान से जुटें।
यूपी में कांग्रेस संगठन के इन दिनों क्षेत्रवार प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये जा रहे हैं जिनमें प्रदेश पदाधिकारियों के अलावा, ज़िला, शहर और ब्लॉक अध्यक्ष शामिल हो रहे हैं। इन शिविरों में कांग्रेस संगठन को बूथस्तर तक मज़बूत करने और सोशल मीडिया के सटीक इस्तेमाल पर ख़ासतौर पर ज़ोर दिया जा रहा है। यूपी की बदहाली का सवाल उठाते हुए बढ़ती महंगाई और खेती-किसानी के मुद्दे पर आंदोलन की रणनीति भी बन रही है।
प्रियंका गाँधी महंगाई के मुद्दे पर ख़ासतौर पर सरकार को घेर रही हैं। उन्होंने कहा कि आज एक किलो सरसों का तेल ख़रीदने के लिए किसानों को 14 किलो गेहूँ बेचना पड़ता है।
महंगाई कैसे असर डालती है👇
1 लीटर सरसों तेल का भाव = किसान के 14 किलो गेहूं की कीमत
एक किसान परिवार को महीने भर का सरसों तेल खरीदने के लिए लगभग 1 कुंतल गेहूं बेचना पड़ रहा है।
न आय बढ़ी है, न खेती में बचत। महंगाई के कहर से आम जन कराह रहे हैं। pic.twitter.com/BjXtNevTAH
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 2, 2021
दरअस्ल पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके मैदान में उतरी कांग्रेस इतिहास के सबसे बुरे नतीजे से रूबरू हुई थी। उसके सिर्फ सात विधायक जीत सके थे। उसके बाद कांग्रेस को नये सिरे से मज़बूत करन का मंथन तेज़ हुआ। संंगठन निर्माण में एक नयी टीम जुटी जिसने संगठन में सामाजिक भागीदारी को दुरुस्त किया। कांग्रेस नेृतृत्व को उम्मीद है कि मूल मुद्दों पर अभियान तेज़ करके और संगठन को मज़बूत करके यूपी की राजनीति में कांग्रेस को नए सिरे से स्थापित करने में सफलता मिलेगी।