आज आठ घंटे तक चली मैराथन बातचीत के बावजूद सरकार और किसान संगठनों के बीच कोई सहमति नहीं बन सकी। कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ठंड और रास्ता जाम होने से हो रही परेशानियों को देखते हुए आंदोलन खत्म करने की अपील की लेकिन किसान तैयार नहीं हुए। अब शनिवार यानी 5 दिसंबर को फिर बातचीत होगी। इसी दिन किसानों ने देश भर में पीएम मोदी का पुतला दहन करने का ऐलान किया है।
वार्ता के दौरान किसान संगठनों के 40 प्रतिनिधियों ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विस्तार से अपने ऐतराज़ बताये। सरकार के पास आश्वासन तो बहुत थे, लेकिन अविश्वास का आलम ये था कि किसानों ने सरकारी लंच का बहिष्कार किया और अपने साथ ले गये लंगर का खाना खाया। बहरहाल, वार्ता के बाद कृषि मंत्री ने बताया कि बातचीत सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई। उन्होंने कहा की एमएसपी को लेकर किसानों की चिंता बेवजह है क्योंकि यह जारी रहेगा। सरकार विद्युत बिल पर भी बात करने को तैयार है। इसके अलावा विवाद हल करने की व्यवस्था पर भी बात हो सकती है। सरकार खुले मन से बात कर रही है। बैठक में रेलमंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे।
बहरहाल, किसानों के तेवर नरम पड़ते नहीं दिख रहे हैं। वे आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। दिल्ली के कई बार्डर पर जाम लगा हुआ है जिससे लोगो को परेशानी हो रही है लेकिन किसान कह रहे हैं कि इसके अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा था।
बहरहाल आगे की रणनीति के बारे में किसान संगठन मिलकर कोई फ़ैसला लेंगे जिस पर सबकी नज़र है।