वाराणसी : पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से गायब बताए जा रहे सोनभद्र के वनाधिकार कार्यकर्ता नंदू गोंड के लौट आने की खबर है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के लिलासी क्षेत्र में पुलिस द्वारा वन भूमि अधिकार कार्यकर्ता नंदू गोंड को कथित तौर पर गिरफ्तार करने का मामला 1 मार्च को सामने आया था। नंदू वन अधिकार समिति (FRC), लिलासी क्षेत्र, थाना नेवरपुर के अध्यक्ष हैं। अगले हफ्ते भर तक नंदू का कोई सुराग नहीं मिला और आशंका जतायी जाती रही कि पुलिस उन्हें अज्ञात स्थान पर ले गई है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई।
नेशनल फोरम ऑफ फॉरेस्ट पीपुल की संयोजक रोमा मलिक ने गुरुवार को मीडियाविजिल से बातचीत में बताया कि नंदू गोंड को पुलिस गिरफ्तार कर के दुद्धी ले गई थी। वहां से वह वापस आ चुका है। इस वक्त वो कहां है इसका ठीक-ठीक जवाब रोमा के पास नहीं था लेकिन उन्होंने बताया कि पुलिस ने उसके घर की कुर्की कर दी है और दरवाजे तक उखाड़ कर ले गई है।
सबरंग इंडिया की एक खबर के मुताबिक नंदू को लंबे समय से परेशान किया जा रहा है। पुलिस ने नंदू गोंड के घर पर एक नोटिस चिपका दिया था जिसमें कहा गया था कि “बेल करवा लो नहीं तो कुर्की की जाएगी”। नंदू गोंड को पिछले चार महीने भागने को मजबूर किया जाता रहा। भले ही इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ स्टे दे दिया था (8 फरवरी, 2019)। नंदू गोंड अपनी पत्नी, दो बेटों, दो बेटियों और एक भाई के साथ गाँव में रहते थे। वन भूमि अधिकार को लेकर उनकी सक्रियता और संगठन में भागीदारी के चलते उन्हें निशाना बनाए जाने का आऱोप परिजनों द्वारा लगाया गया है।
बीते 6 मार्च को अपडेट की गई खबर में सबरंग इंडिया ने लिखा था:
‘’ऑल इंडिया यूनियन ऑफ़ फॉरेस्ट वर्किंग पीपल्स (AIUFWP) की यूनियन लीडर और प्रतिनिधि सोकालो गोंड ने सबरंग इंडिया को बताया, ‘नंदू गोंड के बारे में हम सिर्फ इतना पता लगाने में कामयाब रहे हैं कि उन्हें नेवारपु पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें दुदही पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया था। लेकिन उन्हें किसी न्यायाधीश के सामने पेश नहीं किया गया। हम यह भी सुन रहे हैं कि उन्हें घोरावल की जेल में बंद किया गया होगा। किसी भी चीज़ का कोई रिकॉर्ड नहीं है, इसलिए हमें नहीं पता कि उसके साथ क्या हुआ है।‘
‘’तमाम तरह से सुराग मिलने में विफल होने के बाद सबरंग इंडिया ने मयोरपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ विजय प्रताप सिंह से बात की। फोन पर एसएचओ ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में पुलिस ने नंदू गोंड नाम के किसी व्यक्ति को नहीं उठाया। जब हमने कहा कि गिरफ्तारी लिलासी गांव से एक भूमि के दावे के मामले में कुर्की से संबंधित हुई थी, तो उन्होंने कहा, “हां, मैंने लिलासी गांव में एक कुर्की मामले के बारे में सुना है, लेकिन मुझे किसी नंदू गोंड के बारे में नहीं पता। संभावना है कि कल दुद्धी सब डिविजनल मजिस्ट्रेट की अदालत में उसे पेश किया जाएगा।”
रोमा के मुताबिक 7 मार्च को ही नंदू अपने घर वापस आ गया था। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सबरंग की खबर के मुताबिक उसे अदालत में पेश किया गया था या नहीं। इस संबंध में और सूचना का इंतजार है।
(आवरण तस्वीर में नंदू का घर, इनसेट में उसकी पत्नी)