UP: चंदौली में जय श्री राम नहीं कहने पर जलाए गए युवक की मौत, मामला NHRC पहुंचा

उत्तर प्रदेश के चंदौली में जलाए गए युवक अब्दुल खालिक की मौत हो गई है. करीब 70 फीसदी जले युवक अब्दुल खालिक को वाराणसी के कबीर चौरा मंडलीय अस्पताल में रविवार सुबह भर्ती कराया गया था. आज, 30 जुलाई को  उसने दम तोड़ दिया. अब्दुल खालिक ने आरोप लगाया था कि उसे कुछ लोगों ने जय श्रीराम का नारा लगाने के लिए कहा था. नारा न लगाने पर उसे जिंदा जला दिया गया था. यह मामला अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में पहुंच गया है. बनारस स्थित मानवाधिकार संगठन पीवीसीएचआर के अध्यक्ष डॉ. लेनिन रघुवंशी ने NHRC में  शिकायत दर्ज़ की है. NHRC ने इसे अपने संज्ञान में लिया है. पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर जांच में जुटी है.

पोस्टमार्टम के बाद उसका शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. देर शाम परिजनों ने नगर के सब्जी मंडी के समीप कब्रिस्तान में शव को सुपुर्दे खाक कर दिया.

मौत से पहले अस्पताल में पीड़ित युवक ने कहा था कि उसे चार लोगों ने मिट्टी का तेल डाल कर आग लगाई थी, जिनमें एक का नाम सुनील था. पीड़ित ने पानी में कूद कर अपनी जान बचाई थी. घटना रविवार की है.

चंदौली पुलिस ने पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार सिंह का भी बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस विभिन्न एंगल से इस घटना की जांच कर रही है. सिंह ने नारे वाली बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान में किशोर ने नारे को लेकर कुछ नहीं कहा है. इस मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं.

जबकि कैमरा में लड़के ने बयान दिया कि जय श्री राम बोलने से मना करने पर उसे आग लगा दी गई. उसने कहा, “मैं दुधारी पुल पर टहल रहा था जब चार लोगों ने मेरा अपहरण कर लिया. उनमें से दो लोगों ने मेरे हाथ बांध दिए और तीसरा व्यक्ति मेरे ऊपर केरोसिन तेल डालने लगा. इसके बाद उन्होंने आग लगा दी और भाग गए.”

हालांकि पुलिस भी लगातर इस मामले पर बयान जारी करती रही. ‘जय श्रीराम’ के नारे की बात को पुलिस ख़ारिज करती रही और इसे मीडिया का भ्रामक बयान कहा था.

घटना के बारे में पुलिस का बयान

इस घटना पर एक चश्मदीद गवाह का बयान

 

चंदौली पुलिस ने खालिक की मौत के बाद उसकी मां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है. इसमें उसकी मां नारा लगाने की बात से इंकार कर रही हैं. उनका कहना है कि मेरा बेटा चला गया मैं उसके बारे में झूठ नहीं बोलूंगी. उसने घर आकर नारे के बारे में कुछ नहीं बताया.

सबूत इकठ्ठा करती फारेंसिक टीम

जांच में जुटी पुलिस टीम

 

 

 

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