पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनआरसी के विरोध में आज पद यात्रा निकाली . इस पदयात्रा में शामिल समर्थकों ने केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के खिलाफ जमकर हल्ला बोला. वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
Kolkata: West Bengal Chief Minister and Trinamool Congress Chief Mamata Banerjee leads a protest march against National Register of Citizens(NRC) pic.twitter.com/5gmHbjTd9a
— ANI (@ANI) September 12, 2019
उन्होंने कहा, आप बंगाल का मुंह बंद नहीं कर सकेंगे जैसे आपने असम में अपनी नीतियों को लागू करके किया है.अचानक आप हमें धर्म सिखा रहे हैं. ममता बनर्जी गुरुवार को एनआरसी (NRC)के खिलाफ सड़क पर उतरीं. इसी विरोध प्रदर्शन में उन्होंने यह बात कही.
ममता बनर्जी ने कहा, बंगाल में केंद्र सरकार इसे लागू नहीं कर सकेगी. ममता बनर्जी ने कहा, 19 लाख लोगों को अंतिम सूची से बाहर रख दिया गया है. जिसमें हिंदू, मुस्लिम और बौद्ध शामिल हैं. आजादी के इतने सालों बाद भी हमें अपना पहचान पत्र देना होगा क्यों ?
West Bengal CM & TMC Chief Mamata Banerjee at a protest march in Kolkata, against National Register of Citizens (NRC): 19 lakh people are left out in the final list, including Hindus, Muslims&Buddhists. It's 76 yrs of independence, still we've to give proof of our identity. Why? pic.twitter.com/eL6hhe4AN8
— ANI (@ANI) September 12, 2019
ममता बनर्जी ने कहा, ”अगर बीजेपी ने एनआरसी के नाम पर बंगाल में एक भी व्यक्ति को छुआ, तो हम उन्हें सबक सिखा देंगे. उन्होंने कहा, ”धर्म के लिए, हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई के लिए मैं एनआरसी से सहमत नहीं हूं.
West Bengal CM & TMC Chief Mamata Banerjee at a protest march in Kolkata, against National Register of Citizens (NRC): For the sake of religion, for the sake of Hindus, Muslims, Sikhs & Christians, I don't agree with NRC. pic.twitter.com/rbAOglwHpE
— ANI (@ANI) September 12, 2019
उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आपने जिस तरह असम में अपनी पुलिस का इस्तेमाल कर लोगों की आवाज दबाई, वैसा यहां बंगाल में नहीं कर पाओगे. अचानक आप हमें धर्म पर ज्ञान दे रहे हैं, जैसे हम ईद, दुर्गा पूजा, मुहर्रम और छठ पूजा मनाते ही ना हों.
West Bengal CM & TMC Chief Mamata Banerjee: You won't be able to shut Bengal's mouth as you did in Assam by using your police. Suddenly, you are teaching us religion as if we don't celebrate Eid, Durga Puja, Muharram & Chhath Puja. pic.twitter.com/qKiXnO0CQZ
— ANI (@ANI) September 12, 2019
इससे पहले सीएम ममता ने बड़ी संख्या में बंगालियों को एनआरसी की अंतिम सूची से ‘बाहर’ रखे जाने पर भी चिंता जताई थी. ममता बनर्जी ने ट्विटर पर लिखा था, ”एनआरसी की विफलता ने उन सभी लोगों को उजागर कर दिया है जो इससे राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं. उन्हें देश को बहुत जवाब देने है.”
दरअसल, जब मसौदा एनआरसी प्रकाशित हुआ था, तब 40.7 लाख लोगों को इससे बाहर रखा गया था, जिस पर काफी विवाद हुआ था. एनआरसी की फाइनल लिस्ट 31 अगस्त को जारी हुई थी. इस लिस्ट में 19 लाख लोग अपनी जगह नहीं बना पाए हैं. एनआरसी के राज्य समन्वयक प्रतीक हजारिका ने बताया कि कुल 3,11,21,004 लोग इस लिस्ट में जगह बनाने में सफल हुए हैं.
एनआरसी की फाइनल लिस्ट से 19,06,657 लोग बाहर हो गए हैं.