योगी आदित्यनाथ, हमारी बात झूठ सही..अपने एमएलए की बात तो सच मानिए!

उत्तर प्रदेश में कोरोना के हालात की सच्चाई को लेकर योगी सरकार भले ही, पत्रकारों-एक्टिविस्टों-आम लोगों को डरा के चुप कराने में लगी हो। अब हालात पर लगातार बीजेपी के विधायक और मंत्री ही पोल खोल रहे हैं। न केवल अब तक भाजपा के 4 विधायक कोरोना संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं, बीजेपी के कई एमएलए अब लगातार सीएम योगी को चिट्ठी लिख ही नहीं रहे हैं, उन चिट्ठियों को सार्वजनिक भी कर रहे हैं। इस कड़ी में ताज़ा नाम है लखीमपुर खीरी के विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह का। लखीमपुर खीरी के एमएलए ने सीएम को लिखी चिट्ठी में जो कहा है, उससे सारी हक़ीकत सामने आ जाती है। वे लिखते हैं,

‘लखीमपुर खीरी में निरंतर कोरोना पीड़ितों में वृद्धि हो रही है। कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। हम लोग असहाय होकर अपने लोगों को मरते हुए देख रहे हैं। किसी को बचा नहीं पा रहे हैं, तमाम समाजसेवी, पत्रकार, नेता, शिक्षक, सरकारी कर्मचारी, अधिवक्ता समेत तमाम लोग कालकवलित हो गए हैं। ऐसा कोई गांव नहीं हैं, जो कोरोना की चपेट में न हो।’

सिर्फ इतना ही ऑक्सीजन की उपलब्धता के सरकारी दावों की भी ये चिट्ठी पोल खोलती है। विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने इसी चिट्ठी में लिखा है,

‘लखीमपुर जनपद में ऑक्सिजन की अत्यधिक कमी है और ऑक्सिजन की कमी से अत्यधिक लोग मर रहे हैं। तहसील स्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी ऑक्सिजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत सारे लोग मरते चले जा रहे हैं।’

इस चिट्ठी से ग्रामीण इलाकों के हालात पर तमाम ग़ैर सरकारी संगठनों-कर्मचारी यूनियन्स के दावों को भी बल मिलता है। इन दावों को सरकार ख़ारिज करती रही है, लेकिन ये चिट्ठी साफ करती है कि किस तरह से अब यूपी में कोविड19 संक्रमण गांव-गांव पहुंच गया है।

इसके साथ ही, इस चिट्ठी के मुताबिक विधायक अपनी विधायक निधि से मंगवाए गए ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स को भी नहीं पा सके हैं। यानी कि विधायक के पास, अपने क्षेत्र के लिए फंड तो है पर उसके ज़रिए वो नागरिकों की मदद नहीं कर सकता है। 

इस चिट्ठी के पहले भी लोकेंद्र प्रताप सिंह, अधिकारियों और कैबिनेट को चिट्ठी लिख चुके थे। लेकिन लगता है कि अब संभवतः लाचारी में उन्होंने न केवल सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी तो लिखी ही है, इसे सार्वजनिक भी कर दिया है। हालांकि लोकेंद्र प्रताप सिंह, पहले विधायक नहीं हैं जिन्होंने ऐसी चिट्ठी लिखी है। उनके पहले कई और विधायक, यहां तक कि एक मंत्री भी सीएम को इस बारे में चिट्ठी लिख चुके हैं। लेकिन लोकेंद्र प्रताप सिंह की इस चिट्ठी से हालात की सच्चाई और ज़्यादा साफ़ हो रही है।

यूपी में भाजपा के एक और एमएलए दल बहादुर कोरी का कोविड19 संक्रमण से निधन हो गया.

इसके पहले, गुरूवार को यूपी में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के एक और विधायक रायबरेली के सलोन से एमएलए दल बहादुर कोरी का कोविड संक्रमण से निधन हो गया। वे कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले बीजेपी के चौथे विधायक हैं। बताया जा रहा है कि उनको भी संक्रमण, पंचायत चुनावों के दौरान ही हुआ था।

अब उत्तर प्रदेश सरकार को लोगों की जान भी बचानी है और दरअसल सवालों के जवाब भी देने हैं। लेकिन शायद उसके पास दोनों ही नहीं हैं और इसलिए वो बस धमकाने और केस दर्ज करने के रास्ते सच छिपाने में लगी है।

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