दिल्ली में गांधी की पुण्यतिथिः दिन में गोलीबारी-गिरफ्तारी, रात में धरना और चक्का जाम की तैयारी

देर शाम दिल्ली गेट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने गए कुछ कार्यकर्ताओं, नेताओं और पत्रकारों को हिरासत में लिया गया है। स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव और वकील प्रशांत भूषण के नेतृत्व में ये सभी वहां शांतिपूर्ण तरीके से खड़े होकर राष्ट्रगान गा रहे थे जब इन्हें बसों में बैठाकर हरिनगर के एक खेल परिसर में ले जाया गया और कुछ देर बंद कर के रखा गया। ताज़ाख़बर मिलने तक इन सबको रिहा कर दिया गया है लेकिन दिन में जामिया के पास शांतिपूर्ण जुलूस पर गोली चलाने वाले भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता के सामने चुपचाप तमाशबीन बनी रही पुलिस के खिलाफ आइटीओ के पुलिस मुख्यालय पर लोगों ने धरना दे दिया है।

हरिनगर के श्याम बाबा लघु खेल परिसर में चार पांच सौ सामाजिक कार्यकर्ता कैद किए गए थे। इनमें सीपीआइ के नेता डी. राजा, अतुल अनजान, प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव सहित तमाम महिलाएं थीं। हिरासत में कुछ वरिष्ठ पत्रकार भी लिए गए थे। यूएनआइ के पूर्व पत्रकार और यूनियन के नेता राजेश वर्मा तथा पार्थिव कुमार हिरासत में थे। इस बीच दिल्ली में एक और पत्रकार को पुलिस ने सड़क से हिरासत में ले लिया। स्वराज टीवी के रिज़वान प्रदर्शन को कवर करने के लिए गए हुए थे कि पुलिस ने उन्हें अपनी वैन में बैठा लिया।

हरिनगर में कैद किए लोगों को छोड़ दिया गया है। योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर के यह जानकारी दी है।

इस बीच दिल्ली के आइटीओ पर धरने के आह्वान पर फिलहाल भारी भीड़ वहां जमा है। लोग नारे लगा रहे हैं और बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर को अरेस्ट करने की मांग उठा रहे हैं।

प्रद्रर्शनकारियों की मांग है कि दिल्ली पुलिस आयुक्त गोलीबारी की घटना पर तमाशबहन बनी रही पुलिस की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफ़ा दें। उन्होंने विरोध में आइटीओ की सड़क को जाम कर दिया है। शाहीन बाग के प्रदर्शन स्थल से भी आइटीओ पहुंचने का आह्वान किया गया है।

 

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