फीस बढ़ोतरी के खिलाफ जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स का संसद मार्च शुरू हो गया है। करीब दो से तीन हजार स्टूडेंट मार्च निकाल रहे हैं।जेएनयू कैंपस के बाहर धारा 144 लागू कर दी गई है। कई छात्रों को हिरासत में लिया गया। जेएनयू गेट के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। दिल्ली पुलिस ने 9 कंपनी फोर्स तैनात की है। करीब 1200 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवान शामिल है।
Delhi: Jawaharlal Nehru University Students march towards Parliament over their demand of complete fee roll back along with other demands pic.twitter.com/iqdyDCzZQh
— ANI (@ANI) November 18, 2019
Hundreds of Jawaharlal Nehru University (JNU) students on Monday started their protest march from the university campus towards Parliament amid heavy police deployment, demanding a complete rollback of the hostel fee hike.https://t.co/FJexd6xqfX
— The Telegraph (@ttindia) November 18, 2019
ताजा सूचना के मुताबिक सफदरजंगमकबरे के पास बैरिकेट लगा कर मार्च को रोकने की कोशिश की जा रही है। इससे पहले बेर सराय के पास रोकने की कोशिश हुई थी।
#WATCH: Jawaharlal Nehru University (JNU) students protest near Safdarjung Tomb after their march to Parliament was stopped by Police. They are demanding complete fee roll back along with other demands. pic.twitter.com/qstFa3G5SN
— ANI (@ANI) November 18, 2019
Amit Shah’s Delhi police brutally assaulted JNU students for demanding the rollback of increased fee. Is it the way to treat students?#EmergencyinJNU
pic.twitter.com/INfnwW0spV— Ravi Nair (@t_d_h_nair) November 18, 2019
एक तरफ छात्रों का कहना है कि वो किसी भी हालत में संसद पहुंच कर रहेंगे, वहीं पुलिस ने सभी रास्तों पर छात्रों को रोकने के पुख्ता इंतजाम किया हुआ है।
Delhi: Police stops Jawaharlal Nehru University students at Ber Sarai road, not allowed to march ahead towards Parliament #JNU pic.twitter.com/Nf2VFnw2JH
— ANI (@ANI) November 18, 2019
पुलिस और छात्रों के बीच झड़प झड़प शुरू हो गया है। छात्रों ने बैरिकेट तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने बल प्रयोग किया जिसमें कई छात्रों को चोटें आई हैं। खबर के अनुसार छात्रसंघ अध्यक्ष ओइशी घोष समेत करीब 100 से भी ज्यादा छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
https://twitter.com/jnu_voice/status/1196356367646261250
छात्रों का कहना है कि हमें पुलिस ‘मास अरेस्ट’ कर ले, लेकिन आज हम संसद तक जाकर रहेंगे।
https://twitter.com/sucheta_ml/status/1196338097501261825
आइसा और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एन साई बालाजी ने कहा कि पुलिस ने उन्हें मारा है, माँ-बहन की गालियां दी है।
. AISA Prez & former JNUSU Prez @nsaibalaji speaking on now CRPF and police in plainclothes have brutally assaulted JNU students, arrested them. One student bleeding from ear, a disabled student injured, he told me. War on students going to Parliament coz they want to study. pic.twitter.com/5DisQZhtHy
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) November 18, 2019
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की है
JNU under seige; such a massive deployment of forces was not seen even during the Emergency.
A peaceful protest march to Parliament against the unprecedented fee hikes is being focibly stopped by the police.
Strongly condemn this denial of basic democratic right to protest. pic.twitter.com/Fdhoj62wBN— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) November 18, 2019
छात्रों के संसद मार्च के चलते संसद भवन के आसपास धारा 144 लगा दी गई है।
Delhi: Section 144 has been imposed near the Parliament ahead of the protest march by Jawaharlal Nehru University Students' Union https://t.co/GdjYVlKDi1
— ANI (@ANI) November 18, 2019
सीपीआई एम एल महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य का ट्वीट।
Defying heavy police cordon and brutal police violence, students of #JNU and Delhi today produced a glorious glimpse of student unity and student power. Fascism can never triumph as long as we have this vibrant and resolute student vigilance. #EmergencyinJNU #completerollback pic.twitter.com/5E2yv8OUYS
— Dipankar (@Dipankar_cpiml) November 18, 2019
जेएनयू प्रशासन द्वारा फ़ीस वृद्धि व अन्य प्रस्तावित नियमों के विरुद्ध छात्र बीते तीन सप्ताह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इससे पहले जेएनयूएसयू ने कहा, ‘ऐसे समय में जब देश में शुल्क वृद्धि बहुत अधिक पैमाने पर हो रही है, तो समग्र शिक्षा के लिए छात्र आगे आये है। हम संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जेएनयू से संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने के लिए सभी छात्रों को आमंत्रित करते हैं।’
छात्रों का कहना है कि उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण है। वे बस संसद तक जाकर अपने प्रतिनिधियों (सांसदों) का ध्यान अपनी परेशानी की तरफ आकर्षित करना चाहते हैं।