योगी के शहर में ज़हर खाने वाले दलित शोध छात्र की तबियत बिगड़ी! ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन!

गोरखपुर। दो प्रोफेसरों के उत्पीड़न से तंग आकर जहर खाने वाले दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दलित शोध छात्र दीपक कुमार की तबियत आज फिर बिगड़ गई। पेट में जलन और शरीर में अकड़न की शिकायत पर उसे आज सुबह फिर बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। उधर दोनों आरोपित प्रोफेसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने आज विश्वविद्यालय गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कई पूर्व छात्र नेताओं ने भाग लिया।

दलित शोध छात्र दीपक कुमार ने दर्शन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. द्वारका नाथ और कला संकाय के डीन प्रो सीपी श्रीवास्तव पर उत्पीडन करने का आरोप लगाते हुए 20 सितम्बर को जहरीला पदार्थ खा लिया था। उसे बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। तबियत सुधरने पर 22 सितम्बर को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद वह अपने परिजनों के साथ गांव चला गया था। आज सुबह उसकी तबियत फिर बिगड़ गई। उसे पेट में जलन और शरीर में अकड़न हो रही थी। परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल गए जहां से उसे बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों के अनुसार जहर के असर अभी बरकरार है जिसके कारण उसकी तबियत खराब हुई है।

 

 

 

उधर दीपक कुमार के आरोप के अनुसार दोनों प्रोफेसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पूर्व छात्र नेताओं और वर्तमान छात्र नेताओं के नेतृत्व में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज सुबह दस बजे विश्वविद्यालय गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्र-छात्राएं दोनों प्रोफेसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफतार करने, दोनों प्रोफेसरों को निलंबित करने और जाँच समिति में विश्वविद्यालय के बाहर लोगों को शामिल करने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन में पूर्व छात्र नेता संजय यादव, सुरेन्द्र भारती, पूर्वांचल सेना के धीरेन्द्र प्रताप, छात्र नेता पवन कुमार, शिव शंकर गौड़, कमलेश यादव आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।

एक अन्य घटनाक्रम में 23 सितम्बर को आज के आंदोलन के लिए हास्टल में छात्रों से सर्मथन की अपील करने गए छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष अमन यादव व अन्य नेताओं की नाथ चंद्रावत हास्टल में एमएससी प्रथम वर्ष के छात्र अतुल राय से कहासुनी के बाद मारपीट हो गई।आरोप है कि उस पर पिस्टल तानी गई. इस घटना के बाद हास्टल के कुछ छात्रों ने हास्टल के बाहर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इस मामले में छात्र अतुल राय की तहरीर पर अमन यादव, भाष्कर चौधरी व एक अन्य के खिलाफ कैंट पुलिस ने मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है।

इसी बीच विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो विनोद कुमार सिंह ने 23 सितम्बर को गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर दलित शोध छात्र दीपक कुमार के आरोपों को गलत बताते हुए पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। प्रो सिंह ने जांच पूरी होने तक दोनों प्रोफेसरों की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की भी मांग की है।

 

गोरखपुर न्यूज़लाइन से साभार।

 



 

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