काले झंडे के डर से अमित शाह की रैली में महिलाओं के चेक हुए अंडरगारमेंट, घूरते रहे सिपाही!

 

छत्तीसगढ़ में शुक्रवार 5 अक्टूबर को बीजेपी के महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जब सी.डी.कांड का हवाला देते हुए काँग्रेस पर ‘माताओं-बहनों’ के अपमान का आरोप लगा रहे थे, तो रमन सिंह सरकार की पुलिस उस रैली में पहुँचीं माताओं-बहनों के अंडरगार्मेंट तक चेक कर रही थी। डर था कि कहीं कोई काला कपड़ा न छिपा हो।

एक दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुँचे अमित शाह ने दुर्ग ज़िले के चरौदा कस्बे में आयोजित इस महिला सम्मेलन में कोई अमित शाह को काला झंडा न दिखा दे, यह डर इतना ज़्यादा था कि पुलिस ने सारी हदें पार कर दीं। पुलिस ने सम्मेलन में शामिल होने पहुँची महिलाओं के काले कपड़े उतरवा लिए। काला दुपट्टा, काली लेगिंग, काली चुनरी तक पुलिस की नज़र में ख़तरनाक़ हो गईं।


यहाँ तक कि छोटे-छोटी बच्चों तक के कपड़ों की तलाशी ली गई। उनकी चड्ढियों में भी झाँका गया।


हालाँकि अमित शाह का भाषण लाइव दिखा रहे चैनलों ने इस मुद्दे से आँख मूँद ली, लेकिन सोशल मीडिया में महिलाओं के कपड़े उतरवाती पुलिस की तस्वीरें आ गई हैं। तस्वीरों में साफ़ है कि जब महिला सिपाही चेकिंग कर रही थी तो पुरुष पुलिस वाले भी पास ही खड़े होकर घूर रहे थे।

बीजेपी सरकार के इस रवैये की काफ़ी आलोचना हो रही है। काँग्रेस नेता किरनमयी नायक ने कहा है कि अभी तक तो पुरुषों के मोज़े और बेल्ट उतरवाए जाते थे, अब महिलाओं के कपड़ों की तलाशी लेकर बीजेपी सरकार ने अपनी महिला विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन किया है।

 



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