मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की गिरफ्तारी के बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के खिलाफ आयकर विभाग की कार्रवाई शुरू हो गई है। आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार की 1000 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। लंबे समय से आयकर विभाग के निशाने पर चल रहे अजित पवार पर अब आयकर विभाग का शिकंजा कस गया है।
अजित पवार की इन पांच संपत्तियों को जब्त किया गया..
मंगलवार की सुबह ही आयकर विभाग की ओर से इन संपत्तियों को जब्त करने का आदेश जारी कर दिया गया था। जिसके बाद मंगलवार को ही इनकम टैक्स विभाग ने अजित पवार की पांच संपत्तियों को जब्त किया है। जानकारी के मुताबिक,आयकर विभाग द्वारा कब्जे में उनकी जरंदेश्वर शुगर फैक्ट्री, दक्षिणी दिल्ली में फ्लैट, पार्थ पवार का निर्मल टावर, गोवा में बना रिजॉर्ट, महाराष्ट्र में 27 जमीन शामिल है। बता दें कि पवार की संपत्ति, जो आयकर विभाग द्वारा कुर्क की गई है, अनुमानित रूप से लगभग उसकी कीमत 1,000 करोड़ रुपये है।
पवार के कई ठिकानों पर हो चुकी है पहले भी छापेमारी..
अजीत पवार काफी समय से आयकर विभाग के रडार पर थे। 7 अक्टूबर को उनके 70 से ज्यादा ठिकानों पर विभाग ने छापेमारी की थी। आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोप में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के परिवार के सदस्यों और कुछ रियल एस्टेट डेवलपर्स से जुड़े व्यवसायों पर छापा मारा था। जहां केंद्रीय एजेंसी ने 184 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा किया गया था, इस संपत्ति का कोई हिसाब नहीं था, जिसके बाद विभाग द्वारा उनकी संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई की गई। बता दें कि अजीत पवार की संपत्ति कुर्क करने से पहले महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर केंद्रीय एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की थी। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोमवार देर रात तक जारी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।