जमातियों पर 11 हज़ार इनाम रखने वाले हिंदू युवा वाहिनी के नेता, बहन और माँ की कोरोना से मृत्यु

जमातियों के कोरोनाग्रस्त होने के नाम पर भीषण सांप्रदायिक अभियान चलाने वाले और हवन-टोटकों से इसके इलाज का दावा करने वाले ब ख़ुद इसके शिकार हो रहे हैं। हिंदू युवा वाहिनी के बस्ती जिला प्रभारी अज्जू हिंदुस्तानी भी ऐसे ही एक नेता थे। लेकिन सभी टोटके धरे रह गये और अज्जू हिंदुस्तानी ही नहीं, उनकी बहन और माँ भी कोरोना की वजह से निधन हो गया। 30 जुलाई को अज्जू हिंदुस्तानी की मौत हुई थी। उसके बाद उनकी बहन भी कोरोना का शिकार हुईं। 4 अगस्त को उनकी माँ भी चल बसीं।

हिंदुस्तानी ने अप्रैल महीने में में तब्लीगी जमात वालों के सामूहिक रूप से कोरोना ग्रस्त होने को बड़ा मुद्दा बनाया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफ़ी ख़ास कहे जाने वाले अज्जू हिंदुस्तानी ने ऐलान किया था कि जो भी कोरोनाग्रस्त जमातियों के छिपे होने की सूचना देगा, उसे उनका संगठन 11 हजार रुपये नगद इनाम देगा। अज्जू इस अभियान को बढ़ चढ़कर चला रहे थे और पूरे बस्ती मंडल में कोरोना के लिए जमातियों को ज़िम्मेदार बता रहे थे। ध्यान रहे कि हिंदू युवा वाहिनी का गठन योगी आदित्यनाथ ने ही किया था और बीजेपी से बाहर यह संगठन, खासतौर पर यूपी के पूर्वांचल में उनकी निजी शक्ति के रूप में काम करता रहा है। अज्जू को योगी का हनुमान कहा जाता था। वे लगातार मस्जिदों, मदरसों वगैरह की जांच कराने की माँग करते रहते थे।

19 जुलाई को अज्जू हिंदुस्तानी कोरोना से संक्रमित पाये गये थे। उन्हें लखनऊ पीजीआई रेफर किया गया था जहाँ 30 जुलाई को उनकी मौत हो गयी। वैसे, अज्जू लगातार ये दावा भी कर रहे थे कि यज्ञ-हवन से कोरोना का असर दूर हो जाएगा। उन्होंने हवन कराया भी था। हवन के घी से वायरस के खात्मे का उनका दावा था।

बहरहाल, जो लोग भी टोना-टोटका या यज्ञ-हवन से कोरोना दूर करना चाहते हैं, उनके लिए अज्जू हिंदुस्तानी की मौत एक सबक होनी चाहिए।

 



 

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