यूपी: जल जीवन मिशन में जमकर लूट, प्रशासन का वरदहस्त, इंजीनियर के पत्र से मचा हड़कंप!

एक्स.ईएन. जौहरी ने बताया कि वो इन गड़बड़ियों के खिलाफ कई पत्र पहले भी शीर्ष अधिकारियों को लिख चुके हैं पर कोई सुनवाई तक नहीं हो रही। उल्टा उन पर ही दबाव बनाया जा रहा है कि जैसा चल रहा है, वैसा चलने दें। जौहरी का ये पत्र पूरे राज्य के 75 जिलों के लिए बने इंजीनियर्स ग्रुप में भी वायरल हो गया है और काफ़ी चर्चा हो रही है।

यूपी में हर घर नल पहुँचाने की केंद्रीय योजना जल जीवन मिशन भयानक भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। यह बात अब तक राजनीतिक दल ही कहते थे, लेकिन अब कन्नौज में तैनात जल निगम के एक अधिशाषी अभियंता ने ही हिम्मत दिखाते हुए कलई खोल दी है। अधिशाषी अभियंता निर्दोष कुमार जौहरी ने जल निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर कहा है कि कंपनियाँ, कानपुर मंडल के लिए जल निगम की स्वीकृत दरों से तीस से चालीस प्रतिशत ज़्यादा दरों पर काम का एस्टीमेट बनवा रही हैं और प्रशासन से दबाव बनाया जा रहा है कि इन्हीं दरों पर एस्टीमेट स्वीकृत कर दिये जायें।

 

जौहरी ने बताया कि वो इन गड़बड़ियों के खिलाफ कई पत्र पहले भी शीर्ष अधिकारियों को लिख चुके हैं पर कोई सुनवाई तक नहीं हो रही। उल्टा उन पर ही दबाव बनाया जा रहा है कि जैसा चल रहा है, वैसा चलने दें। जौहरी का ये पत्र पूरे राज्य के 75 जिलों के लिए बने इंजीनियर्स ग्रुप में भी वायरल हो गया है और काफ़ी चर्चा हो रही है।

प्रधानमंत्री मोदी न खाऊँगा और न खाने दूँगा जैसी बड़ी बातें करते हुए सत्ता में आये थे, पर जब केंद्रीय योजनाओं में भ्रष्टाचार का ये आलम है तो फिर राज्य स्तरीय भ्रष्टाचार की कल्पना ही की जा सकती है। योगी आदित्यनाथ बातें चाहें बड़ी-बड़ी करें लेकिन यूपी में विकास कार्यों में हो रही खुली लूट अब कोई छिपी हुई बात नहीं है। इंजीनियर जौहरी के पत्र के बाद अब सरकार को जवाब देते नहीं बन रहा है।

First Published on:
Exit mobile version