हापुड़ के पिलखुवा थाने में पुलिस की पिटाई से लाखन गांव निवासी प्रदीप तोमर की मौत हो गई है. मृतक के परिजन दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
हापुड़ पुलिस अधीक्षक ने बताया, ’30 अगस्त को लाखन गांव के जंगल में एक महिला की जली हुई लाश मिली थी. शक के आधार पर पुलिस ने लाखन गांव निवासी प्रदीप तोमर को बुलाया था. पूछताछ के दौरान उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी, यदि इसमें पुलिसकर्मी दोषी हैं तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी”.
थाना पिलखुवा क्षेत्रान्तर्गत माह अगस्त में एक अज्ञात युवती के शव मिलने की घटना में पूछताछ हेतु लाये गये एक युवक की पूछताछ के दौरान हालत बिगड़ जाने एवं अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो जाने के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक #hapurpolice का आधिकारिक वक्तव्य @Uppolice @adgzonemeerut pic.twitter.com/Zf4ORbVnyQ
— HAPUR POLICE (@hapurpolice) October 14, 2019
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने प्रदीप की पीट-पीटकर हत्या की. शव पर भी चोट के निशान हैं. मामले को छिपाने के लिए उसे मेरठ अस्पताल में भी भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जिस महिला का शव मिला था, वह प्रदीप की रिश्तेदार थी.
इस घटना के बाद से लोगों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश है. संभावित बवाल के मद्देनजर क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. कोतवाली के आसपास का बाजार बंद करा दिया गया है.