मंदसौर में 26 जून रो एक बच्ची के साथ हुए बलात्कार के दोषियों को सज़ा दिलाने के लिए पूरा शहर सड़क पर है। सभी चाहते हैं कि दोषियों को कड़ी-से कड़ी सज़ा मिले। कठुआ की तरह धर्म के आधार पर दोषियों को बचाने की कोशिश नहीं हो रही है, उलटा दोनों मुस्लिम आरोपियों को फाँसी देने की माँग करने में मुस्लिम समाज आगे-आगे है। यहाँ तक कहा जा रहा है कि फाँसी होने के बाद वे दफ़नाने के लिए कब्रिस्तान में जगह नहीं देंगे।
लेकिन समाज के इस अंदाज़ से कुछ लोगों का सपना टूटता है।
लिहाज़ा सोशल मीडिया पर रजिया बानो के नाम की एक प्रोफ़ाइल प्रकट हुई। जिसने दावा किया कि यह कठुआ में हुए बलात्कार का बदला है। (वहाँ पीडि़त लड़की मुस्लिम थी और आरोपी हिंदू हैं।) ज़ाहिर है, इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया हुई…
लेकिन क्या वाक़ई कोई ऐसा कर सकता है। क्या बलात्कार को धर्म के आधार पर बदला बताया जा सकता है। शक़ स्वाभाविक था। लिहाज़ा इसकी पड़ताल की गई।
प्रोफाइल में रजिया बानो का नाम ग़लत था। सही ‘रज़िया’ होता है। बताया गया कि रजिया बानो कराची में रहती हैं।
लेकिन जो तस्वीर लगाई गई, वैसी तस्वीर न जाने कितनी जगह पर सोशल मीडिया में है। किसी की तस्वीर का यूँ इस्तेमाल आम बात होती जा रही है। तस्वीर किसकी है, पता नहीं। रजिया बानो कराची में पढ़ने का दावा कर रही हैं, लेकिन जिस विश्वविद्यालय का ज़िक्र किया गया है, वह फिलीपींस का निकला।
ज़ाहिर है, रजिया बानो बनने वाले शख़्स का उच्चारण से लेकर सामान्य ज्ञान तक कमज़ोर है। रजिया का भेद ख़ुद उसकी प्रोफाइल से खुल गई। वे शर्मा जी हैं जिन्होंने अपने दोस्तों को कमाल देखने के लिए कुछ दिन इंतज़ार करने को कहा है.
समझा जा सकता है कि सोशल मीडिया में मुस्लिम नाम रखकर प्रोफाइल बनाना और फिर हिंदूुओं को भड़काने वाली पोस्ट डालने का मतलब क्या है। ऐसे हज़ारों लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। इरादा हिंदुस्तान को दंगिस्तान में बदलना है। मई में रजिया बानो की इस प्रोफ़ाइल ने कैराना के चुनाव परिणाम को किस तरह पेश किया था, वह भी देख लीजिए।
इस्लाम और उसके मानने वालों के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाकर हिंदुओं को इकट्ठा करना किसका प्रोजेक्ट है, समझना मुश्किल नहीं है। अफ़सोस कि सरकार इन पर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं। पर क्या समाज भी चुप रहेगा ?
पोल खुलने की ख़बर पाकर शर्मा जी रजिया का अकाउंट बंद करके भाग गए हैं। लेकिन वे जल्दी ही नया अवतार लेंगे। उन्हें अपने देश की सत्ता पर पूरा यक़ीन है। अपने आसपास देखिए, उन्हें ढूँढना मुश्किल नहीं है।
आल्टन्यूज़ के इनपुट के साथ।