24 दिसंबर शाम से दिल्ली के छात्रों (विशेषकर यूपीएससी तैयारी करने वालों) के गढ़ कहे जाने वाले मुखर्जी नगर में एक सूचना जारी हुआ। कथित रूप से वह सूचना मुखर्जी नगर थाना की ओर से जारी हुआ है। इस सूचना से आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में भय का माहौल बन गया। छात्र होस्टल/पीजी छोड़ कर चले गए हैं या जा रहे हैं। कोचिंग संस्थान बंद कर दी गई हैं। मुखर्जी नगर जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में अब सन्नाटा देखने को मिलता है।
जारी किए गए सूचना पत्र में लिखा है:
“सभी कोचिंग एवं पीजी वालों को सूचित किया जाता है कि दिनांक 24/12/2019 से 02/01/2020 तक सभी कोचिंग और पीजी बंद रहेंगे।”
आगे धमकी देते हुए लिखा गया है-
“अगर कोई भी कोचिंग या पीजी खुला पाया गया तो उस पर 50,000 रुपये तक का जुर्माना या उसका पीजी या कोचिंग सील कर दिया जाएगा।”
हालांकि अगले ही दिन यानी 25 दिसंबर को नार्थ वेस्ट दिल्ली के DCP के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर इसे अफ़वाह बताया गया।
“मुखर्जी नगर इलाके में पीजी/हॉस्टल बंद करने पर सोशल मीडिया में नकली संदेश प्रसारित हो रहे हैं। हमने इन फर्जी संदेशों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सभी नागरिकों से इन अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील करते है।”
दिल्ली पुलिस के अनुसार यह अफवाह फैलाई गई है लेकिन वहां जाकर क्षेत्रों में घूमने के आधार पर कहा जा सकता है कि यह महज़ अफवाह नहीं।
क्षेत्र के सभी कोचिंग संस्थान बंद हैं। लाइब्रेरी बन्द हैं। पीजी के बाहर नोटिस लगा दी गयी है।
स्वर्ण लाइब्रेरी एंड पीजी के बाहर लगे नोटिस में लिखा गया है –
“पीजी वाले बच्चों को सूचित किया जाता है की 25 दिसंबर के बाद प्रशासन के निर्देशानुसार पीजी बन्द रहेंगे।”
आगे लिखा है-
“जो भी बच्चे 25 दिसंबर के बाद यहां रहेंगे उनको सूचित किया जाता है कि वो सब शांति से रहें और हुड़दंगबाजी न करें। इसके परिणामों के जिम्मेदार आप स्वयं होंगे। पीजी ऑनर और स्टाफ आपकी कोई मदद नहीं करेगा।”
ठीक ऐसा ही नोटिस संस्कार लाइब्रेरी के बाहर देखने को मिला। जिसमें लिखा है कि “सभी बच्चों को सूचित किया जाता है कि प्रशासन के निर्देशानुसार लाइब्रेरी 25 दिसंबर से 2 जनवरी तक बंद रहेगी। 2 जनवरी को सुबह 10 बजे लाइब्रेरी ओपन हो जाएगी।”
स्थानीय लोगों का मानना है कि पुलिस ने CAA और NRC के खिलाफ देश भर में चल रहे आंदोलन में दिल्ली के छात्रों ने अहम भूमिका निभाई हैं, उसी के मद्देनजर ऐसा आदेश दिया गया है।
जब उन्हें नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के डीसीपी के ट्विट के बारे में बताया गया तो उन्होंने सवाल उठाया कि कोचिंग में जाकर जो पुलिस धमका रहे हैं, बन्द करने को कह रहे हैं, उसका क्या! क्या वह भी अफ़वाह था?
स्थानीय एक दुकानदार ने कहा कि 2-3 साल पहले नए साल के अवसर पर पार्टी के दौरान 1-2 छात्रों की मौत हो गई थी, तब से 29 दिसंबर के बाद सभी कोचिंग संस्थान बन्द रहती हैं। लेकिन इस बार अलग तरह से सप्ताह भर पहले बन्द करवाया जा रहा हैं। पीजी को भी खाली करवाया जा रहा हैं। जो लोगों में भय का माहौल बना दिया है।
वहीं दूसरी ओर, किसी कोचिंग संस्थान में पुलिस द्वारा बंद करने की आदेश देते हुए वायरल वीडियो के बारे में पता लगाना शुरू किया तो मेरठ का रहने वाला एक छात्र अरुण ने बताया कि वे उस क्लास में मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि “वह वीडियो प्रूडेंस कोचिंग का है, जिसे राकेश यादव चलाते है।”
आगे उन्होंने कहा-
“पुलिस आदेश के बावजूद भी राकेश सर कोचिंग नहीं बन्द करना चाहते थे तब 24 दिसंबर को हॉल नम्बर- 41 में 10 से ज्यादा पुलिस वाले आए और बलपूर्वक कोचिंग बन्द करने को कहने लगे।”
अरुण ने ही बताया कि जब वे बत्रा पुलिस चौकी पर पता करने गए कि क्या यह सच में पुलिस ही पीजी वगैरह को बन्द करवा रही है तो वहां ड्यूटी पर तैनात हेड कांस्टेबल प्रशांत ने कहा कि यह प्रशासन का ही आदेश है। हालांकि हमारे पूछने पर उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया।
अरुण के ही साथी विकास ने बताया कि उनकी एक दोस्त आकाश गर्ल्स पीजी में रहती है, जहाँ पीजी मालिक सभी को घर चले जाने के लिए कह खुद ग़ायब हो गया और कुक को खाना न बनाने का आदेश दे गया। 25 दिसंबर के रात से उस पीजी में खाना बनना बन्द हो गया।
एलीट पीजी में बिहार के रहने वाले राजीव घर गए हैं। उन्होंने फ़ोन पर बताया कि उनके पीजी मालिक ने फ़ोन कर कहा कि 2 जनवरी तक नहीं आने के लिए। प्रशासन का आदेश है कि 2 जनवरी तक सभी पीजी बंद रखा जाए।
जो बच्चे घर गए हैं, उन्हें फ़ोन कर 2 जनवरी तक न आने की सलाह दी जा रही हैं।
वहीं, गोयल पीजी के ऑनर ने भी कहा है कि उन्हें भी पीजी बन्द करने का आदेश पुलिस द्वारा दी गयी है। उन्होंने आगे कहा-
“29 दिसंबर को बहुत सारे बच्चों का एसएससी एग्जाम है, लेकिन पुलिस आदेश के अनुसार खाली करवाना पड़ रहा है। हम 50,000 रुपये कहाँ से देंगे इसलिए मजबूरी है।”