सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस चेलमेश्वर की तीन सदस्यीय खंडपीठ द्वारा आधार विशिष्ट पहचान पत्र पर 11 अगस्त, 2015 को दिए गए फैसले के 700 दिन बाद सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ 18-19 जुलाई, 2017 को यूआइडी/आधार के मुकदमे की सुनवाई करने जा रही है।
इस संविधान पीठ में भारत के मुख्य न्यायाधीश, जस्टिस चेलमेश्वर, जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस अब्दुल नजीर बैठेंगे।
इस निर्णायक सुनवाई से पहले यूआइडी के मुकदमे से लंबे समय से जुड़े रहे एक्टिविस्ट गोपाल कृष्ण ने 14 जूलाई को जनांदोलनों की एक सभा में छत्तीसगढ़ के पिठोरा में एक लंबा व्याख्यान आधार के खतरों पर दिया था।
मीडियाविजिल अपने पाठकों के लिए पूरे व्याख्यान का ऑडियो प्रस्तुत कर रहा है जिसे सुनना इस मामले के बुनियादी पहलुओं को समझने के लिहाज से बेहद अहम होगा।