जहांगीरपुरी से मंगोलपुरी वाया शाहीनबाग़
सोमवार को सप्ताह शुरू हुआ तो बीते दो हफ्तों के विवाद के बाद भी एमसीडी और वहां सत्ताधारी भाजपा के हाथ एमसीडी चुनावों के लिए ध्रुवीकरण के जेसीबी के लीवर से हटे नहीं थे। इस बार पहले बुलडोज़र का रुख हुआ सोमवार को सीएए-एनआरसी आंदोलन के प्रकाश स्तंभ बने, शाहीनबाग़ की ओर और फिर मंगलवार को मंगोलपुरी की ओर। दिल्ली के मंगोलपुरी में एमसीडी का बुलडोजर, मंगलवार को जा पहुंचा।
अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत मंगोलपुरी मस्जिद के आसपास दुकानें और अन्य स्ट्रक्चर गिरा दिए गए। इस क़वायद के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात रहा और स्थानीय लोगों के विरोध और अनुरोध दोनों का ही कोई असर नहीं पड़ा। इलाके के सारे गेट बंद कर के, लोगों को अस्थायी जेल जैसी स्थिति में रख कर, ये विध्वंस हुआ और इस दौरान भी जहांगीरपुरी की ही तरह, बच्चे, महिलाएं, पुरुष और बुज़ुर्ग रोते हुए दिखाई दिए। बताया जा रहा है कि न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी के तैमूर नगर इलाके में भी एमसीडी ने ऐसा ही अभियान चलाया। वहां भी तोड़-फोड़ की गई, सड़क पर से शेड, अस्थायी दुकानों और अन्य अतिक्रमण को एमसीडी कर्मियों ने हटाया है।
जो हमने देखा शाहीनबाग़ में
हालांकि शाहीनबाग़ में हमको ऐसे लोग भी मिले, जो पुलिस और MCD का समर्थन कर रहे थे – जब एमसीडी के लोग अतिक्रमण हटाने में लगे थे। लेकिन उनका ये भी कहना था कि जिस तरह ये सब किया जा रहा है, वो साथ नहीं। यह सब शाहीन बाग़ को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। बुलडोज़र बिना रोकटोक कहीं भी चलाया जा रहा है, फिर चाहे वह उत्तर प्रदेश हो मध्य प्रदेश हो या फिर दिल्ली। ये देश संविधान से चलता है या बुलडोज़र से? शाहीन बाग़ के रहने वाले समीर खान ने हमसे ये सवाल किया।
9 मई 2022, सोमवार की सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे थे, जब अतिक्रमण हटाने के लिए साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कारपोरेशन (SDMC) का बुलडोज़र CRPF और स्थानीय पुलिस के करीब 150 से अधिक जवानों के साथ शाहीन बाग़ पहुंचा। बुलडोज़र के पहुंचने की देर थी कि देखते ही देखते लोगों की भीड़ जुटने लगी और उन्होंने बुलडोज़र को घेर लिया। ओखला ब्लॉक कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष परवेज़ आलम, वकील आरफ़ा ख़ानम और AAP विधायक अमानतुल्ला खान भी वहाँ पहुंचे। बुलडोज़र जब सड़क किनारे बानी दो मंजिला इमारत पर मरम्मत के लिए लगाई मचान को गिराने के लिए बढ़ा तो लोग बुलडोज़र के सामने आ गए और खुद ही मचान को हटाने लगे। इसके बाद बुलडोज़र को पीछे हटाया गया और MCD, CRPF और पुलिस कर्मी वापस लौट गए।
इस सब में जो नेता इस अभियान का विरोध कर रहे थे, वे चलते बुलडोज़र पर चढ़ गए और कुछ तो उसके आगे ही बैठ गए। भीड़ इतनी हो गई थी कि पूरा 40 फुटा जी. डी बिरला रोड करीब 2 घंटा जाम रहा। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस ने कांग्रेस नेता परवेज़ आलम को डिटेन कर लिए और बुलडोज़र वापस लेजाने को कहा।
जो सबने कहा
हम ने उस शख़्स से बात की, जिनकी दुकान पर मचान लगी थी। वे कहते हैं “कोई हमारी चिंता करता भी है क्या? यह सब सर्कस जैसा लगता है.. क्या MCD हमें यहाँ डरने आई थी ? हमने कहा था कि हम मचान हटा देते हैं पर वे नहीं माने, करीब 20,000 का नुक्सान हो गया, जो बोर्ड केवल विज्ञापन लगाने के लिए थे वह भी तोड़ दिया” इस इलाके के AAP पार्षद और अबुल सज़ल एन्क्लेव के रहने वाले वाजिद खान ने कहा कि “जिस जगह बुलडोज़र लाया गया था वहाँ कोई अतिक्रमण है ही नहीं”
सुबह 11 बजे शुरू हुआ यह प्रकरण करीब डेढ़ बजे खत्म हो गया। SDMC के मेयर मुकेश सूर्यन ने AAP और कांग्रेस के नेताओं पर इल्ज़ाम लगते हुए कहा कि वे इलाके में दंगे करवाना चाहते थे, और हम केवल आपने काम करना। शांति बनी रही इसीलिए हम लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभियान केवल सड़कों पर किये गए अतिक्रमण के खिलाफ था। “इलाके के लोगों ने सभी अतिक्रमणों को हटाने के लिए 3-4 दिनों का समय मांगा है। अगर वे इसे नहीं हटाते हैं, तो एक नया अभियान चलाया जाएगा।” उन्होंने कहा कि मंगलवार को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में भी एक ऐसे ही अभियान की योजना है, “हमें वहां परेशानी की आशंका नहीं है। हम सिर्फ़ अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रहे हैं। दिल्ली सरकार कहती है कि सड़कों को छोड़ा करना ज़रूरी है, लेकिन हर जगह अतिक्रमण है, तो वे कैसे करेंगे?”
41 वर्षीय जामिया नगर के रहने वाले अरमान ने हमे बताया कि पिछले 10 सालों से वे यहाँ मोटर पार्टस का काम करते हैं। वे कहते हैं “मेरे पास अपनी दुकान के नक़्शे पर MCD के साइन हैं और मैं इस सब से नहीं डरता, रात को इस ही सड़क पर सब्ज़ी और फल बेचने वाले भी आते हैं उनमे से कोई भी डरा हुआ नहीं है” यह अरमान तब बोले जब हमने उनसे पूछा कि क्या उन्हें प्रशासन के इस बर्ताव से डर नहीं लगता?
क्या हुआ इसके बाद?
इस सबके बाद, इस मामले में शाहीन बाग पुलिस स्टेशन में SDMC ने AAP एमलए अमानतुल्ला खान और उनके समर्थकों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी है। जिसके बाद देर शाम को विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। अमानतुल्लाह ख़ान और उनके समर्थकों पर एमसीडी की ओर से सरकारी अधिकारियों द्वारा की जा रही कार्रवाई में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है।