कर्नाटक: गृहलक्ष्मी योजना शुरू, महिलाओं के खाते में ₹2,000 महीने!

गृहलक्ष्मी – दुनिया की सबसे बड़ी महिला ‘डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर’ (DBT) की शुरुआत!

कांग्रेस की तीसरी गारंटी – ‘गृहलक्ष्मी’ की कर्नाटक में हुई शुरुआत!

भाजपा-निर्मित महंगाई पर कर्नाटक की महिलाओं व कांग्रेस का बड़ा वार!

 

कांग्रेस पार्टी द्वारा आज देश व दुनिया में एक नया इतिहास रचने की शुरुआत होगी। कर्नाटक में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सरकार आज ‘‘गृहलक्ष्मी’’ कांग्रेस गारंटी स्कीम की शुरुआत आज  हो गयी। दोपहर कांग्रेस के राष्ट्रीय मुख्यालय पर हुई प्रेस कान्फ्रेंस में कर्नाटक के प्रभारी और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने ऐलान किया कि शाम पाँच बजे कांग्रेस की ओर से विधानसभा चुनाव में दी गयी तीसरी गारंटी लागू हो रही है।  यह देश व दुनिया की सबसे बड़ी ‘‘महिला डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) स्कीम’’ है।

सुरजेवाला ने कहा कि कर्नाटक चुनाव से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महंगाई से लड़ने के लिए महिलाओं को ताकत देने का आह्वान किया था। तत्कालीन विपक्ष के नेता व मौजूदा मुख्यमंत्री, श्री सिद्धारमैया, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री, श्री डी के शिवकुमार तथा कांग्रेस के एक-एक नेता व कार्यकर्ता ने इसे एक मिशन के तौर पर लिया। महिलाओं से व्यापक चर्चा हुई। साफ तौर से सामने आया कि कर्नाटक व देश की महिलाएं ‘‘भाजपा निर्मित महंगाई’’ से पीड़ित हैं। ₹400 का गैस सिलेंडर ₹1150 का हो गया। खाने का तेल ₹200 प्रति लीटर हो गया। दालें ₹150 से ₹200 प्रति किलो हो गईं। अब तो ₹300 प्रति किलो का टमाटर भी मुँह चिढ़ाता है। यही हालत खाने-पीने की सभी वस्तुओं की है। राहत देने की बजाय मोदी सरकार ने दूध, दही, पनीर, बिस्कुट व हर वस्तु पर जीएसटी लगाकर कीमतों में और आग लगा दी। इस यथास्थिति को देखते हुए निर्णय हुआ कि गृहलक्ष्मी स्कीम से हर माह हर घर की महिला मुखिया के खाते में कांग्रेस की सरकार ₹2,000 देगी। यह सपना आज पूरा हो रहा है, जब स्कीम की रजिस्ट्रेशन की शुरुआत की जा रही है। इसके मुख्य बिंदु हैंः

  1. दुनिया की सबसे बड़ी महिला DBT स्कीम – गृहलक्ष्मी से हर घर की महिला मुखियाा के खाते में कर्नाटक की कांग्रेस सरकार हर महीने ₹2,000 जमा करेगी। इंकम टैक्स व जीएसटी देने वाले घरों को छोड़कर यह स्कीम जाति और धर्म के बंधन तोड़कर सबके लिए है।
  2. गृहलक्ष्मी का पैसा महिलाओं के खाते में 15 से 20 अगस्त के बीच जाना शुरू हो जाएगा। प्राथमिक रजिस्ट्रेशन के लिए 1 महीना रखा गया है, परंतु रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी।
  3. इस साल गृहलक्ष्मी स्कीम का पैसा 1,11,00,000 (1.11 करोड़) महिलाओं को मिलेगा। इसके लिए इस साल ₹18,000 करोड़ का बजट प्रावधान रखा गया है। अगले साल तक गृहलक्ष्मी का लाभ लेने वाली महिलाओं की संख्या 1,35,00,000 (1.25 करोड़) हो जाएगी। हर साल ₹30,000 करोड़ महिलाओं के खाते में सीधा जमा होगा। कर्नाटक में 1.28 करोड़ राशन कार्ड परिवारों में मुखिया यानि हेड ऑफ फैमिली महिला है। इसके साथ-साथ बाकी परिवार भी रजिस्ट्रेशन करवा इस स्कीम का लाभ उठा पाएंगे।
  4. गृहलक्ष्मी स्कीम में रजिस्ट्रेशन की शुरुआत 19 जुलाई  शाम 5 बजे कर्नाटक के विधानसभा से होगी। महिलाएं गृहलक्ष्मी स्कीम की रजिस्ट्रेशन के लिए सरकार द्वारा स्थापित 7,000 ‘‘बापूजी सेवा केंद्र’’ की सुविधाएं ग्रामीण इलाकों में तथा ‘‘कर्नाटका-1/बैंगलोर-1’’ केंद्रों की सुविधा शहरी इलाकों में ले सकेंगी। इसके अलावा, कांग्रेस सरकार ने स्वेच्छा के आधार पर ‘‘प्रजा प्रतिनिधि’’ को चिन्हित करने का निर्णय लिया है। यह प्रजा प्रतिनिधि हर घर का दरवाजा खटखटाकर मोबाईल ऐप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर पाएंगे।

श्री सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा निर्मित महंगाई पर कर्नाटक की महिलाओं व कांग्रेस का यह साझा प्रहार है। अभी भी देर नहीं कि प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक द्वारा दिखाए रास्ते से सीख लें व गैस सिलेंडर, पेट्रोल, डीजल तथा जरूरी वस्तुओं की कीमत कम करें। प्रदेश व देश के लोगों की कल्याणकारी मदद को ‘रेवड़ी’ बताकर उनको अपमानित करने की बजाय भारत के संविधान में सरकार की कल्याणकारी भूमिका की जिम्मेवारी का निर्वहन करें।

 

 

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