‘सरकार’ के कहने पर दिल्ली गोल्फ़ क्लब ने ख़त्म की जेतली की सदस्यता!

 

केंद्रीय मंत्री अरुण जेतली और उनकी पत्नी अब प्रतिष्ठित दिल्ली गोल्फ़ क्लब में प्रवेश नहीं कर पाएँगे। ऐसा सरकार के आदेश से हुआ है। मोदी सरकार ने नामित सदस्य के रूप में उनका नाम वापस ले लिया।

फाइनेंशियल क्रॉनिकल में 13 जून को छपी गौतम दत्त की खबर से सरकार के इस रुख का खुलासा हुआ है।

16 मई को जारी क्लब के सर्कुलर में स्टाफ़ से कहा गया है कि इस लिस्ट में शामिल लोगों और उनके जीवन साथी को कोई सुविधा उपलब्ध न कराई  जाए। (क्लब में सदस्यों के जीवन साथी को भी प्रवेश की सुविधा है)। लिस्ट में केंद्रीय मंत्री अरुण जेतली औऱ रविशंकर प्रसाद के अलावा शरद पवाल, उनकी सांसद बेटी सुप्रिया सुले, बीजेपी के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और कांग्रेस नेता कमलनाथ का भी नाम है। कांग्रेस नेता विजय दर्डा,राजीव शुक्ला, एनसीपी नेता उदयन राजे भोंसने, टीडीपी सांसद केसनेनी श्रीनिवास भी इस लिस्ट में है।

दिल्ली गोल्फ क्लब के सचिव राजीव होरा ने अख़बार को बताया कि ये सभी सरकार की ओर से नामित थे। सरकार ने नामांकन वापस ले लिया है। फैसले में गोल्फ क्लब की कोई भूमिका नहीं है। सर्कुलर आंतरिक स्टाफ़ की जानकारी के लिए है।

क्लब में सरकार की ओर से करीब 200 नामित सदस्य हैं। सरकार नए सिरे से नामांकन करती रहती है। कुछ साल पहले भी 27 नामित सदस्यों के नाम वापस लिए गए थे जिनमें ज़्यादातर अवकाश प्राप्त नौकरशाह थे।

दिल्ली गोल्फ क्लब अपने ‘इलीटपने’ को लेकर खासा सतर्क है। पिछले दिनों मेघालय की एक महिला को प्रवेश न देने पर भी विवाद हुआ था जिसने अपना पारंपरिक खासी परिधान पहना हुआ था।

220 एकड़ में फैले इस क्लब में 18 होल वाला शानदार गोल्फ कोर्स है। साथ ही तमाम ऐतिहासिक इमारतें भी।  बताते हैं कि लोग 25-25 साल से इसकी सदस्यता पाने के लिए प्रतीक्षा सूची में हैं। दिल्ली के तमाम बड़े लोग इस क्लब के सदस्य हैं।

 



 

First Published on:
Exit mobile version