बैंक कर्मचारियों की चार यूनियनों ने सार्वजनिक क्षेत्र के दस बैंकों के विलय की घोषणा के विरोध में 25 सितंबर की मध्य रात्रि से दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है. साथ ही बैंक यूनियनों ने बैंकों के एकीकरण की इस योजना के खिलाफ नवंबर के दूसरे सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की भी धमकी दी है.
4 Bank Officers' Trade Union Organisations have proposed to go on a continuous strike from midnight of 25 Sept to midnight of 27 Sept and on an indefinite strike from second week of Nov 2019, against the mergers & amalgamations in banking sector. pic.twitter.com/o3YGUisbAZ
— ANI (@ANI) September 13, 2019
मोदी सरकार द्वारा देश के 10 सरकारी बैंकों का विलय कर चार बैंक बनाए जाने के फैसले के विरोध में ऑफिसर्स ट्रेड यूनियन ने हड़ताल का एलान किया है. आल इंडिया बैंक आफिसर्स कनफेडरेशन (एआईबीओसी), आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए), इंडियन नेशनल बैंक आफिसर्स कांग्रेस (आईएनबीओसी) और नेशनल आर्गेनाइजेशन आफ बैंक आफिसर्स (एनओबीओ) ने संयुक्त रूप से हड़ताल का नोटिस दिया है.
एआईबीओसी (चंडीगढ़) के महासचिव दीपक कुमार शर्मा ने कहा कि देशभर में राष्ट्रीयकृत बैंक 25 सितंबर मध्यरात्रि से 27 सितंबर मध्यरात्रि तक हड़ताल पर रहेंगे. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय के विरोध और अपनी अन्य मांगों के समर्थन में बैंक कर्मियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है.
26 सितंबर को गुरुवार है और 27 को शुक्रवार. इन दो दिन हड़ताल की वजह से बैंकों में काम नहीं होगा. इसके बाद 28 सितंबर को चौथा शनिवार है, जिसकी वजह से बैंक में अवकाश होगा. 29 को रविवार का अवकाश है. ऐसे में बैंक सीधे 30 सितंबर को खुलेंगे.