सरकार से बात करने गये किसान नेताओं ने सरकार का नमक खाने से इंकार कर दिया। लंच ब्रेक के समय उनसे खाना खाने की गुज़ारिश की गयी लेकिन उन्होंने साफ़ कहा कि वे अपने साथ लंगर का खाना लाये हैं जो सड़क पर आठ दिन से खुले आसमान में ठंड झेल रहे उनके साथी खा रहे हैं। किसान नेताओं ने अपने साथ लाया खाना खाया।
सरकार ने आज चालीस किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया था। किसान नेताओं ने माँग की है कि तीनों नये कृषि क़ानूनों को संसद का विशेष सत्र बुलाकर रद्द किया जाये। एमएसपी को वैधानिक बनाया जाये यानी इससे कम पर खरीद करने पर सज़ा और जुर्माना हो। साथ ही, नया बिजली बिल भी वापस लिया जाये जिससे खेती में इस्तेमाल की गयी बिजली का बिल वसूलने की तैयारी है। किसान इन माँगों पर अडिग हैं और न मानने पर पूरी दिल्ली को ब्लाक करने की उन्होंने धमकी दी है।
सरकार ने बातचीत में किसान नेताओं के बीच प्रजेंटेशन रखकर कृषि कानून के फायदे समझाने की कोशिश की लेकिन पूरी तरह तैयार होकर गये किसान नेताओं ने साफ़ कहा कि अगर यही भलाई है तो मोदी सरकार किसानों की भलाई करने से बाज़ आये। उन्होंने कहा कि वे सरकार को आखिरी मौका दे रहे हैं, उसके बाद यह आंदोलन देशव्यापी हो जायेगा।
सरकार की ओर से पेश भोजन को इंकार करके किसानों ने बता दिया है कि वे किस क़दर सरकार पर अविश्वास करते हैं। अब देखना है कि कृषि क़ानून पर क़दम पीछे न हटाने का ऐलान कर चुकी मोदी सरकार क्या रास्ता निकालती है।
किसानों के इस तेवर की सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा है। अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने भी तारीफ़ में ट्वीट करते हुए वीडियो साझा किया हैः
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— Swara Bhasker (@ReallySwara) December 3, 2020